देव हुरंग नारायण की पूजा अर्चना के साथ जोगेंद्रनगर में लघु शिवरात्रि का शुभ आरंभ
हाइलाइट्स
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जोगेंद्रनगर में उमड़ा आस्था का सैलाब, देव धुनों पर झूमे देवलु
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उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन रहे शुभारंभ पर मुख्य अतिथि
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
जोगेंद्रनगर / मंडी, राजेश शर्मा। देेव हुरंग नारायण की पूजा अर्चना, भव्य शोभायात्रा एवं देव मिलन के साथ मंडी जिला के जोगेंद्रनगर में पांच दिवसीय राज्य स्तरीय देवता मेले का आगाज सोमवार को हुआ। लगभग सौ से अधिक देवी-देवताओं की अगुवाई में देवता मेला का शुभारंभ उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन की मौजूदगी में हुआ। रामलीला मैदान से दोपहर बाद करीब पांच बजे पहली शोभायात्रा निकाली गई देवता मेले की पहली जलेब में रंग बिरंगी पगड़ीयों से सजधज कर नारी शक्त ने शोभा यात्रा में हिस्सा लिया।देवताओं के आकर्षक रथों और बजतंरियों के ढोल, नगाड़ों और शहनाईयों की गूंज में थिरकते देवलु और पुलिस का बैंड शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण रह।मेला समिति के अध्यक्ष एसडीएम मनीश चौधरी ने राज्य स्तरीय मेले की अध्यक्षता करते हुए मुख्यातिथि एवं विशेष अतिथियों को समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया शोभायात्रा मेला मैदान में पहुंची यहां पर मुख्यातिथी उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने मेले में प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी मुख्यातिथि के द्वारा किया गया। डीएसपी दिनेश कुमार, तहसीलदार डॉ मुकुल अनिल शर्मा, नायब तहसीलदार विनय धीमान, थाना प्रभारी अश्वनी कुमार भी मौजूद रहे।
देव संस्कृति का प्रतीक है राज्य स्तरीय जोगेंद्रनगर देवता मेला–अपूर्व देवगन
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राज्य स्तरीय जोगेंद्रनगर देवता मेले के शुभारंभ पर उपमंडलवासियों को संबोधित करते हुए उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने कहा कि देवभूमि में आयोजित होने वाले मेले एक और जहां हमारी समृद्ध संस्कृति को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं1
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वहीं इनके माध्यम से आपसी प्रेम भाईचारे को भी बढ़ावा मिलता है कहा कि यह मेला क्षेत्र में ऐतिहासिक व धार्मिक आस्थाओं को संजोए हुए हैं ऐसे आयोजनों से न केवल हमारी लोक परंपरा का संरक्षण व सवंर्धन सुनिश्चित होता है बल्कि आने वाली पीढ़ीयों को भी हमारी समृद्ध परंपराओं से रूबरू होने का अवसर मिलता है उन्होंने राज्य स्तरीय मेले के सफल आयोजन की शुभकामनाएं मेला समिति के अध्यक्ष व एसडीएम मनीश चौधरी ने मुख्यातिथि को मेलेे के इतिहास से अवगत करवाते हुए कहा कि क्षेत्र में देवता मेला बीते 67 वर्षों से हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है।
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मेले शुभारंभ वर्ष 1955 में शहर के सनातन धर्म सभा मंदिर में शिवलिंग की स्थापना से शुरू हुआ था उन्होंने मेले के पुख्ता प्रबंधों की जानकारी उपायुक्त मंडी को देते हुए कहा कि मेले में आवागमन करने वाले हर व्यक्ति के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं स्वच्छता पर भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। बताया कि चार सांस्कृतिक संध्याओं में प्रदेश भर के गायक कलाकारों को भी अधिमान मेला समिति की और से दिया गया है।