बदले प्रतिभा के सुर , सुक्खू के साथ मिलकर बोली आल इज वेल
हाइलाइट्स
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सुक्खू बोले क्या कहीं नोटों के दम पर तो इस्तीफा नहीं दिया
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हिमाचल प्रदेश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने की कोशिश
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प्रतिभा बोली , कौन कह रहा सीएम और सरकार काम नहीं करते
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। शुक्रवार को प्रेसवार्ता में सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू और प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह एक मंच पर दिखे। इस दौरान दोनों शीर्ष नेताओं ने केंद्र सरकार और प्रदेश भाजपा पर जमकर हमला बोला। प्रेस वार्ता में प्रतिभा सिंह के सुर बदले हुए दिखे। सुक्खू के साथ मिलकर आल इज वेल का संदेश भी प्रतिभा सिंह दे गई।
सीएम सुक्खू ने निर्दलीय विधायकों पर कहा कि जब आजाद प्रत्याशी थे तो उनको रिजाइन नहीं करना चाहिए था और उनको जनता की भावनाओं के अनुसार कार्य करना चाहिए था।अपने ईमान को गिरवी रख दिया था और दबाव इतना था कि उनको इस्तीफा देना पड़े। वे तो कांग्रेस के थे न, भारतीय जनता पार्टी के थे।
किस तरह वह चुनाव जीतकर अगर आजाद प्रत्याशी आते हैं और आजाद चुनने के बाद वह फिर उस क्षेत्र की जो 25 से 30 हजार लोगों ने, जिन्होंने उनको वोट डाला है, जिनके दम पर वह चुनकर आए हैं, उनकी भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। ये चीजें समझने की जरूरत है और हिमाचल प्रदेश में इस प्रकार की जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने की कोशिश है।
सुक्खू ने कहा कि लोकसभा चुनाव आते ही भाजपा सत्ता के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाती है। कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज किए गए हैं। चुनाव के समय इस तरह की कार्रवाई सही नहीं है। भाजपा को यह लगता है कि वे इस तरह के हथकंडों को अपनाकर सत्ता हासिल कर लेगी। ये लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन है। कांग्रेस इसका पूरजोर विरोध करती है। कांग्रेस इससे घबराने वाली है।