Politics: हिमाचल में कांग्रेस की सुक्खू सरकार गिरने की कगार पर, नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में भाजपा विधायक राज्यपाल से मिले
हाइलाइट्स
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नेता प्रतिपक्ष सुबह आठ बजे पहुंचे गर्वनर हाउस
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कांग्रेस के पास बहुमत नहीं, 32 वोट ही बचे
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। राज्यसभा चुनावों में हुए उलटफेर के बाद अब हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिरने की कगार पर है। सुबह आठ बजे नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा विधायक राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मिले। उन्होंने फ्लोर टेस्ट, कट मोशन और फाइनेंशियल बिल पर वोट डिवीजन की मांग उठाई। सूत्रों के अनुसार भाजपा कांग्रेस सरकार को बहुमत साबित करने की चुनौती दे सकती है। उधर, कांग्रेस के पास अपनी साख बचाने के लिए बहुमत नहीं है। राज्यसभा सांसद में हुई वोटिंग के हिसाब से कांग्रेस के पास 34 वोट हैं।स्पीकर और डिप्टी स्पीकर वोटिंग नहीं कर सकते। ऐसे में कांग्रेस के पास 32 ही वोट बचते हैं। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बहुमत के बावजूद कांग्रेस के साथ खेला हो गया। 9 विधायकों की क्रॉस वोटिंग से सीएम सुखविंदर सुक्खू की अगुआई वाली कांग्रेस सरकार खतरे में आ गई है। कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा के हक में क्रॉस वोटिंग की।
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कांग्रेस के लिए यही उम्मीद की किरण, जानें एंटी डिफेक्शन लॉ
कांग्रेस के लिए एक उम्मीद की किरण भी है। एंटी डिफेक्शन लॉ में पार्टी विधायकों को सरकार के खिलाफ वोट डालने की अनुमति नहीं देता। दल-बदल विरोधी कानून यानी एंटी डिफेक्शन लॉ को संविधान की 10वीं अनुसूची में शामिल किया गया है। अनुसूची के दूसरे पैराग्राफ में दल-बदल कानून के तहत किसी विधायक या सांसद को अयोग्य करार दिए जाने का आधार स्पष्ट किया गया है। इसके अनुसार, अगर कोई विधायक अपनी मर्जी से पार्टी की सदस्यता छोड़ दे तो इसके तहत तो उसकी सीट छिन सकती है। यदि कोई विधायक या सांसद जानबूझकर मतदान से अनुपस्थित रहता है या फिर पार्टी द्वारा जारी निर्देश के खिलाफ जाकर वोट करता है, तो उसे अपनी सीट गंवानी पड़ सकती है। अगर कोई निर्दलीय सांसद या विधायक किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो जाते हैं तो वे अयोग्य करार दिए जाएंगे.
हुड्डा और डीके शिवकुमार से कांग्रेस को आस
हिमाचल को लेकर कांग्रेस हाईकमान एक्टिव हो गई है। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को संकट सुलझाने की जिम्मेदारी दी गई है। दोनों नेता आज शिमला पहुंच सकते हैं। बागी विधायक चाहते हैं कि सीएम को बदला जाए।