Lok Sabha Election: शिमला में सुक्खू के मंत्री और सीपीएस ही डुबो गए कांग्रेस की लुटिया, सोलन का अहम रोल
कांग्रेस की लुटिया डुबोने में सोलन का अहम रोल
हाइलाइट्स
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हर्षवर्धन, धनीराम शांडिल, विक्रमादित्य, अनिरूद्ध, संजय अवस्थी, रामकुमार समेत कांग्रेस के सभी स्टार फेल
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दो सीपीएस और चार मंत्रियों ने पांच माह में ही खोया जनधार
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अकेले सोलन जिला से भाजपा को मिली 52106 की बढ़त
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सोलन के दोनों सीपीएस के विस क्षेत्रों से ही 28 हजार 386 की लीड
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मंत्रियों के विस क्षेत्रों से भाजपा को मिली 19 हजार 820 की लीड
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला/सोलन। हिमाचल की सत्ता के केंद्र बिंदु शिमला संसदीय क्षेत्र में सुक्खू सरकार के चार हैवीवेट मंत्री और दो सीपीएस ही सत्तारूढ़ कांग्रेस की लोकसभा चुनावों में लुटिया डूबो गए। कांग्रेस के नाकों चने चबाने में सोलन जिला अहम रहा।हार के अंतर का पचास फीसदी वोट सोलन का है। जो भाजपा के लिए गेम चेंजर रहा। शिमला संसदीय क्षेत्र से हार का मुंह देखने वाले कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी को भाजपा के सुरेश कश्यप से 91 हजार 451 कम वोट पड़े। जिसमें अकेले सोलन जिला से ही 52106 वोट हैं। यहां तक कि भाजपा प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी भी अपने गृह क्षेत्र से कांग्रेस को लीड दिलाने में नाकाम रहे हैं। 3360 वोटों की भाजपा को कसौली से लीड़ मिली है। बता दें कि 17 विधानसभा क्षेत्रों वाले इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस सबसे अधिक मजबूत थी। यहां दो सीपीएस, पांच मंत्री समेत 13 विधायक कांग्रेस के हैं। जबकि भाजपा के तीन और एक निर्दलीय है, जिसने भाजपा का दामन थामा है। लेकिन पंद्रह माह में ही जनाधार खो चुके विधायकों की फौज सुक्खू के किसी काम नहीं आई। केवल जुब्बल कोटखाई के मंत्री रोहित ठाकुर ही छह हजार की लीड कांग्रेस को दिला सके हैं।
शिमला में ऐसे डूबोई कांग्रेस की कश्ती
दोनों सीपीएस के विस क्षेत्र कांग्रेस की हार के लिए सबसे अधिक जिम्मेवार
खास बात यह है कि 52106 वोटों में दोनों सीपीएस संजय अवस्थी और रामकुमार चौधरी के विस क्षेत्रों से भाजपा को 28 हजार 386 की लीड मिली है। यानी कांग्रेस की हार के सबसे अधिक जिम्मेदार अर्की विस और दूर विस क्षेत्र हैं। अवस्थी के बूथ कंधर से महज 19 वोटों से कांग्रेस ने लीड किया है।
शांडिल की फजीहत, उनके वार्ड से भाजपा जीती
इससे बड़ी फजीहत क्या होगी कि स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल के बशील वार्ड से ही भाजपा को 138 वोटों की बढ़त मिली है। प्रदेश सरकार में अहम पद की कमान संभाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के वार्ड में ही कांग्रेस की दुर्गती हुई। वहीं इनके विस क्षेत्र सोलन से भाजपा को 5016 लीड मिली है।
अन्य मंत्री भी रहे फिसड्डी
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विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण: सबसे पहले मंडी संसदीय क्षेत्र में कंगना के हाथों पराजित होने वाले लोनिवि मंत्री विक्रमादित्य के विस क्षेत्र शिमला ग्रामीण से ही कांग्रेस पैक हुई है। यहां भाजपा को 6448 वोटों की लीड मिली है।
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अनिरूद्ध सिंह शिमला शहरी: ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह की परफोरमेंस भी जीरो रह है। इनके विस क्षेत्र से भाजपा को 6039 वोटों की लीड मिली है। वार्ड क्यार में कांग्रेस को केवल 25 वोटों की लीड है।
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हर्षवर्धन चौहान: सुक्खू सरकार के बिग थिंक टैंक इंडस्ट्री मिनिस्टर हर्षवर्धन चौहान भी फिसड्डी साबित हुए हैं। शिलाई से भाजपा को 2317 की लीड है। अपने वार्ड कांडोटू से महज साठ वोटों से कांग्रेस लीड दिलाई।