Himachal: पीजीआई चंडीगढ़ में हिमकेयर से हो सकेगा इलाज
हाइलाइट्स
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पीजीआईएमईआर व हिमाचल सरकार के बीच एमओयू
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प्रदेश के करीब 5,000 लोगों को सीधा लाभ मिलेगा
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सरकार पूर्व निर्धारित पैकेज दरों के तहत राशि की प्रतिपूर्ति करेगी
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला।हिमाचल से पीजीआई ईलाज करवाने जाने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अब हिमाचली मरीज पीजीआई चंडीगढ़ में हिमकेयर के माध्यम से अपना उपचार करवाते हैं। उनके लिए पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ व हिमाचल सरकार की योजना हिमकेयर के बीच एमओयू साइन हो गया है। इससे प्रदेश के करीब 5,000 लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। यह एमओयू निदेशक प्रोफैसर विवेक लाल, उपनिदेशक प्रशासन पंकज राय, वित्तीय सलाहकार वरुण आहलुवालिया की उपस्थिति में हुआ है। हिमाचल सरकार पूर्व निर्धारित पैकेज दरों के आधार पर पीजीआई चंडीगढ़ को राशि की प्रतिपूर्ति करेगी।
अनुमान प्रमाण पत्र या बिल प्राप्त करने करने का झंझट खत्म
अब मरीजों को पीजीआई में उपचार अनुमान प्रमाण पत्र या बिल प्राप्त करने और जमा करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। लाभार्थी को इलाज के लिए काऊंटर पर केवल हिमकेयर कार्ड जमा करना होगा और पीजीआई द्वारा कैशलैस उपचार की सुविधा प्रदान की जाएगी।
हिमाचल में 5 लाख रुपए तक के कैशलैस उपचार लाभ की सुविधा प्रदान करने के लिए 1 जनवरी, 2019 से हिमकेयर येाजना शुरू की है। हिमाचल से प्रति वर्ष औसतन 4,000 मरीज पीजीआई में इस योजना के तहत इलाज का लाभ उठा रहे हैं।
पंकज राय, उपनिदेशक प्रशासन
हिमकेयर के साथ सांझेदारी के माध्यम से और कैशलैस उपचार पहल के कार्यान्वयन से यह सुनिश्चित करेंगे कि वित्तीय बाधाओं के कारण किसी भी मरीज को उस देखभाल से वंचित न किया जाए।
विवेक लाल निदेशक
शिमला, किन्नौर, सिरमौर, ऊना, सोलन के अधिक मरीज
वैसे तो पीजीआई चंडीगढ़ में देश के कोने-कोने से लोग उपचार करवाने आते हैं, लेकिन हिमाचल के शिमला, सोलन, सिरमौर, किन्नौर व ऊना आदि के लोग यहां उपचार करवाने अधिक पहुंचते हैं। बिलासपुर में एम्स खुलने से मैदानी इलाकों के लोगों को तो वहां लाभ मिल रहा है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों सहित ऊना के पड़ोस में होने के कारण लोग पीजीआई का अधिक रुख करते हैं। ऐसे में हिमकेयर योजना के पीजीआई में क्रियान्वित होने से अब हिमाचल के मरीजों को उपचार करवाने में सुगमता होगी।