Himachal: ईडी ने अल्केमिस्ट समूह की शिमला व सिरमौर में संपत्ति की जब्त
हाइलाइट्स
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ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद कंवर दीप सिंह के नेतृत्व वाला समूह
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29.25 करोड़ रुपए की चल और अंचल संपत्तियों को ईडी ने किया जब्त
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद कंवर दीप सिंह के नेतृत्व वाले अल्केमिस्ट समूह की कंपनियों पर प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई अमल में लाई है। इसके तहत 3 राज्यों हिमाचल, हरियाणा व मध्य प्रदेश में अल्केमिस्ट समूह की कंपनियों से जुड़ी 29.25 करोड़ रुपए की चल और अंचल संपत्तियों को जब्त किया है। इसके तहत हिमाचल के शिमला ग्रामीण (क्योंथल) और सिरमौर जिला में क्रमश: 250 और 78 बीघा भूमि को भी जब्त किया है। इसके साथ ही 1 विमान बीच किंग एयर सी-90 ए और मध्य प्रदेश (कटनी) में स्थित फ्लैट और भूमि को भी अटैच किया गया है।
ED, Delhi has provisionally attached movable and immovable properties worth Rs. 29.45 Crore belonging to Alchemist group companies in the form of an aircraft Beech King Air C-90A, flats and land situated in the districts of Shimla, Sirmaur, (Himachal Prachesh) and Katni (Madhya…
— ED (@dir_ed) March 30, 2024
ईडी ने जांच में मिले साक्ष्य के आधार पर अल्केमिस्ट रियल्टी लिमिटेड द्वारा हरियाणा के पंचकूला में पाश्र्वनाथ रोयाल प्रोजैक्ट में खरीदे गए 18 फ्लैटों को भी जब्त किया है। ई.डी. दिल्ली जोनल कार्यालय ने धन शोधन के अपराध की जांच के दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर ये कार्रवाई अमल में लाई है। साथ ही ईडी ने सीबीआई लखनऊ, कोलकाता पुलिस और यूपी पुलिस द्वारा अल्केमिस्ट ग्रुप की समूह कंपनियों और कई व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की है।
ईडी की जांच में खुलासा हुआ है मैसर्स अल्केमिस्ट ग्रुप ने निवेशकों से उच्च रिटर्न प्रदान करने और निवेश पर फ्लैट, विला, प्लॉट और उच्च ब्याज दर देने के झूठे वायदे पर मैसर्स अल्केमिस्ट होल्डिंग्स लिमिटेड और मैसर्स अल्केमिस्ट टाऊनशिप इंडिया लिमिटेड नामक कंपनियों के नाम पर 1800 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि अर्जित की जबकि निवेशकों को उनका पैसा कभी नहीं लौटाया गया था धनराशि को अल्केमिस्ट समूह की विभिन्न कंपनियों में ट्रांसफर कर दिया। ई.डी. की जांच में ये भी सामने आया है कि अल्केमिस्ट समूह ने झूठे वायदे कर निवेशकों से अर्जित अपराध की आय से संपत्तियां हासिल करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कई कंपनियां बनाई थीं। यह भी खुलासा हुआ है कि अल्केमिस्ट समूह द्वारा तीसरे पक्ष के नाम पर भूमि के बड़े भूखंड खरीदे गए थे ताकि संपत्तियों के वास्तविक स्वामित्व को छिपाया जा सके।