भाजपा ने मंडी संसदीय क्षेत्र से बालीवुड क्वीन कंगना रणौत को उतारा, कांगड़ा से राजीव भारद्वाज पर खेला दांव
हाइलाइ्ट्स
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कई दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए कंगना ने लिया टिकट
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दोनों चेहरों से पार्टी के कई दिग्गजों को झटका लगा
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
मंडी। मंडी संसदीय क्षेत्र से बालीवुड क्वीन कंगना रणौत को भाजपा ने टिकट दिया है। वहीं कांगड़ा से राजीव भारद्वाज पर दांव खेला है।भाजपा हाई कमान की ओर से घोषित लोकसभा की दोनों टिकटों से पार्टी के कई दिग्गजों को झटका लगा है। अब भाजपा ने प्रदेश की सभी चारों सीटों पर अपने उम्मीदवारों के चेहरों से पर्दा उठा दिया है।
बता दें कि कंगना रणौत मंडी से संबंध रखती हैं। कंगना रनौत का जन्म 23 मार्च, 1987 सरकाघाट मंडी में हुआ था। वह हिन्दी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री को बचपन से ही अभिनय करने का शौक था। इसके साथ ही उन्होंने अपना ये पैशन आगे भी जारी रखा। अपनी अदायगी से अभिनेत्री लोगों के दिलों में अपनी छाप छोड़ चुकी हैं। रणौत ने फैशन, बुलेट रानी, क्वीन और मणिकर्णिका जैसी सुपरहिट फिल्में दी हैं। कंगना ने अपने दम से बॉलीवुड में क्वीन की जगह बनाई है।
कंगना रणौत के परिवार में से कोई भी एक्टिंग की दुनिया में नहीं गया है। उनकी मां टीचर थीं, वहीं उनके पिता बिजनेसमैन हैं। बड़े ही सीधे-साधे घर से ताल्लुक रखने वाली कंगना ने अभिनय की दुनिया में एक अलग ही मुकाम हासिल कर लिया है। देश में चल रहे मुद्दों पर भी कंगना समय-समय पर अपनी राय देती रहती हैं। लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़े हैं उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया है राजीव भारद्वाज पूर्व सरकार में कांगड़ा कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वहीं, राजीव भारद्वाज का जन्म 9 फरवरी 1963 को हुआ थम। वह मूलतः कांगड़ा के रहने वाले है। राजीव भारद्वाज निजी चिकित्सक के रूप में कार्य करते है।
मंडी सीट पर कांग्रेस का दबदबा
मंडी सीट पर 2009 से 2021 तक 3 आम चुनाव और 2 उप चुनाव हुए। इनमें कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा है। कांग्रेस यहां तीन बार चुनाव जीती। साल 2009 के आम चुनाव में वीरभद्र सिंह, 2013 और 2021 के उप चुनाव में दोनों बार कांग्रेस की प्रतिभा सिंह मंडी सीट से सांसद चुनी गई। वहीं 2014 और 2019 के आम चुनाव में भाजपा की जीत हुई। दोनों बार राम स्वरूप शर्मा सांसद बने। मगर 2021 में राम स्वरूप शर्मा ने आत्महत्या कर दी। इसके बाद 2021 में उप चुनाव में यह सीट कांग्रेस की झोली में गई। वर्तमान में 4 लोकसभा सीटों में से तीन पर BJP का कब्जा है।
कांगड़ा में 3 चुनाव में बीजेपी का दबदबा
कांगड़ा से 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के किशन कपूर ने कांग्रेस के पवन काजल को 477623 मतों के अंतर से हराया। तब किशन कपूर को 725218 वोट (72.02%) मिले, जबकि पवन काजल को 247595 वोट (24.59%) हासिल हुए। इसी तरह 2014 के चुनाव में भाजपा के शांता कुमार को 456163 वोट (57.06%) और कांग्रेस के चंद्र कुमार को 286091 वोट (35.76%) मिले। तब शांता कुमार 170072 मतो के अंतर से चुनाव जीत गए। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के राजन सुशांत को 322,254 वोट (48.69%) और कांग्रेस के चंद्र कुमार को 301475 वोट (45.55%) मिले थे। इस तरह राजन सुशांत 20779 मतों के अंतर से चुनाव जीत गए।