हादसों में चालक की ही गलती क्यों? आरएम, डीएम व मैकेनिक भी हों सस्पेंड
हाइलाइट्स
-
धमर्पुर -अमृतसर बस के टायर खुलने के मामले में चालक की सस्पेंशन से कटा बवाल
-
भडक़ी एचआरटीसी चालक यूनियन का आरोप, बिना वजह सस्पेंशन और हो रही रिक्वरी
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला, गीता भारद्वाज। हिमाचल के प्रदेश के मंडी जिला के धर्मपुर से अमृतसर जा रही एचआरटीसी की बस के पिछले टायर खुलने के मामले में चालक सस्पेंशन से बवाल कट गया है। एचआरटीसी यूनियन भड़क गई है। शिमला में प्रेस वार्ता करते हुए पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि बिना वजह सस्पेंशन की कार्रवाई और रिक्वरी की जा रही है। सवाल उठाए हैं कि हादसों में केवल चालक की गलती ही गलती
क्यों ? इस तरह के हादासें में आरएम, डीएम व मकैनिक भी भी उतने ही जिम्मेदार हैं, ऐसे में इनकी भी सस्पेंशन हो। ड्राईवर यूनियन के प्रधान मान सिंह ठाकुर ने कहा कि धर्मपुर में हुए बस हादसे में चालक को सस्पैंड करना सरसार गलत बताया। पूरे हिमाचल में बस हादसों पर चालकों को जिम्मेवार ठहराया जा रहा है और उनसे रिकवरी की जा रही है। वहीं बिना मतलब के चालकों को सस्पेंड किया जा रहा है जबकि ये सरासर गलत है। उन्होंने धर्मपुर के मामले को प्रमुखता से लेते हुए कहा कि इस मामले में चालक को बिना मतलब के सस्पैंड कर दिया गया जबकि चालक की कोई गलती नहीं थी। उन्होंने यदि बस के टायर खुलने के मामले में चालक की गलती है तो इसके लिए संबधित डिपो का आर.एम, डी.एम और मैकेनिक भी जिम्मेवार है। उनके खिलाफ भी जांच बिठाई जानी चाहिए और कार्रवाई की जाना चाहिए।
-
चालकों की प्रमोशन भी कोई ध्यान नहीं दे रहा
निगम प्रबंधन चालकों की प्रमोशन भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब किसी सीनियर ड्राईवर को उच्च पद पर बिठाने की बात की जाती है तो यह कह दिया जाता है कि वह पढ़ा लिखा नहीं है। जबकि निगम में सभी चालक पढ़े लिखे हैं।
-
चालक आंदोलन से गुरेज नहीं करेंगे
प्रबंधन को चेताया कि यदि इस तरह चालकों को परेशान किया जाता रहा तो चालक आंदोलन से गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने ईडी एचआरटीसी से भी मिले हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि एम.डी के कार्यालय आते ही इस मामले को गहन से चर्चा की जाएगी।
-
ऐसे खुले धर्मपुर में चलती बस के टायर
मान सिंह ने बताया कि धर्मपुर में बस के टायर खुलने के पीछे कारण से था कि टाटा की बस में लीलैंड बसों के रिकाबे यानी युबोल्ट लगा दिए गए। जिससे कारण कमानी ढीली रह गई और वह धीरे धीरे खुल गई और बस के टायर बाहर आ गए। उन्होंने कहा कि ये बस चालक की कुशलता थी कि बस अधिक तेजी से नहीं चल रही और और हादसे के बाद बस चालक ने बस को संभाल लिया नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। लेकिन इस मामले में चालक को संस्पैंड कर दिया गया।
-
वर्कशॉपस में कलपूर्जों की कमी
यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि निगम की वर्कशॉपस में कलपूर्जों की कमी चल रही है। जिस कारण बसें समय ठीक नहीं हो रही है। वहीं बसों मेंं पुराना स्पेयर पार्ट लगाए जा रहे हैं। ऐसे में जब बस खराब होती है या फिर दुर्घटनाग्रस्त होती है तो चालकों को जिम्मेवार ठहराया जाता है। उन्होंने निगम प्रबंधन से मांग की वर्कशॉपस में कलपूर्जों की कमी को पूरा किया जाए।