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सरकारी नौकरी नहीं मिली तो युवा इंजीनियर ने फंदा लगाकर दे दी जान

हाइलाइट्स  

  • ग्राम पंचायत बलोह के सगास्वीं गांव की घटना

  • सुसाइड नोट में मंा बाप से मांगी माफी, लिखा नानी का रखना ख्‍याल

पोस्‍ट हिमाचल न्‍यूज एजेंसी


बिलासपुर। बेरोजगारी का दंश अब जानलेवा होने लगा है। बिलासपुर के झंडुता में सरकारी नौकरी नहीं मिलने से मानसिक तनाव में चल रहे एक इंजीनियर युवक ने आहत होकर फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया है। ग्राम पंचायत बलोह के सगास्वीं गांव में यह दर्दनाक घटना हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें सरकारी नौकरी पाने में असमर्थ रहने का जिक्र किया है। सुसाइड नोट में उसने माता-पिता से माफी मांगी है और उन्हें नानी का ख्याल रखने के लिए लिखा है। पुलिस सुसाइड नोट की लिखावट जांच रही है। मरने वाले की पहचान आकाश कुमार (24) पुत्र राजेंद्र कुमार निवासी गांव कपाहड़ा तहसील घुमारवीं बिलासपुर के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि युवक शुक्रवार रात को सगास्वीं स्थित अपने नानी के घर में गया था। युवक के पिता राजेंद्र कुमार ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि आकाश बीटेक पास था। ढाई साल तक उसने केलांग में एक निजी कंपनी में नौकरी की। तीन दिन पहले उसने बिलासपुर में रेल लाइन का निर्माण कर रही कंपनी में बतौर इंजीनियर ज्वाइन किया था। उनका बेटा अधिकतर ननिहाल में बुजुर्ग नानी के साथ रहता था। शुक्रवार रात बेटे के साथ मोबाइल पर बात हुई। शनिवार सुबह बेटे का मोबाइल बंद आया। इस पर वह सगास्वीं चले गए। वहां देखा तो आकाश का कमरा अंदर से बंद था। दरवाजा खटखटाया तो कोई आवाज नहीं आई। जोर से धक्का देने पर दरवाजा खुला तो बेटा पंखे से नानी के दुपट्टे के साथ लटका हुआ था। सूचना मिलने पर तलाई थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें आत्महत्या करने और सरकारी नौकरी न मिलने की बातें लिखी थीं। डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह ने बताया कि मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है। सुसाइड नोट की लिखावट की जांच की जा रही है।

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