पढ़ाई में अव्वल, खेलों में होशियार, परिवार की अजिविका में मां की ढाल बन पेश कर रही मिसाल
हाइलाइट्स
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राज्य व जिला स्तरीय बॉक्सिंग, जूड्डो व कबड्डी में तीनों बेटियों के नाम दर्ज है कई कीर्तिमान
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जोगेंद्रनगर में राज्य स्तरीय देवता मेले में किसान परिवार की मां संग तीनों बेटियों ने सजा रखी है मिठाई की दुकान
राजेश शर्मा
जोगेंद्रनगर(मंडी)। धरती से आसमान तक अपने हुनर का परचम लहरा रही देश की बेटियों में शामिल मंडी के द्रंग हल्के की चौहारघाटी की तीन बेटियों ने कुछ ऐसी ही मिसाल राज्य स्तरीय जोगेंद्रनगर देवता मेले में पेश की है। पढ़ाई में अब्बल रहने वाली तीनों बेटियां खेलों में भी बेहद होशियार हैं सबसे अहम बात कि कबड्डी, जूड्डो और बॉक्सिंग की राज्य व जिला स्तरीय प्रतियोगिता में तीनों बेटियों के नाम कई कीर्तिमान भी स्थापित हैं और अब किसान परिवार से संबंधित इन तीनों बेटियों ने अजिविका में अपनी मां की ढाल बनकर आमदनी भी जुटा रही है। मंडी के जोगेंद्रनगर राज्य स्तरीय देवता मेले में मिठाई की दुकान सजाकर तीनों बेटियों की इस कड़ी मेहनत को देखकर हर कोई हैरान है। तपती धूप में एक बेटी पलक मिठाईयों के साथ कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन भी मेले के मेहमानों के लिए तैयार कर रही है। दूसरी बेटी मोनिका अपनी मां के साथ खाद्य सामग्री बेचने में लगी हुई है जबकि तीसरी बेटी सिमरन मेले में उमड़ने वाली ग्राहकों की भीड़ और दुकान में तैयार होने वाली मिठाईयों में हाथ बटा रही है। मंगलवार को खुद मां उमा कुमारी ने अपनी बेटियों की इस मेहनत और खेलों व पढ़ाई में हमेशा अब्बल रही हैं और परिवार की अजिविका में भी बीते कई वर्षाें से ढाल बनी हुई है। बताया कि दं्रग हल्के की चौहारघाटी के बरोट गांव में परिवार रहता है। खेती बाड़ी से घर का कुछ खर्चा निकल जाता है जबकि बेटियों की उच्च स्तरीय पढ़ाई और उनके उज्जवल भविष्य के लिए वह बीते तीन साल से मंडी जिला के उन सभी पारंपरिक मेलों में अपनी बेटियों के साथ जो आमदनी जुटा रही है उसमें उनकी बेटियों का भी अहम योगदान और कड़ी मेहनत देखने को मिल रही है।
सबसे बड़ी बेटी मोनिका ने राज्य स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में हासिल किया था तीसरा स्थान
राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय जोगेंद्रनगर में बीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही चौहारघाटी की बेटी मोनिका ने हाल ही में राज्य स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में प्रदेश भर में तीसरा स्थान हासिल किया था। दूसरे नंबर की बेटी सिमरन जो 12वीं कक्षा की छात्रा है। कबड्डी की जिला स्तरीय प्रतियोगिता में अपने हुनर का परचम लहरा चुकी है। सबसे छोटी बेटी पलक 11वीं कक्षा की पढ़ाई के साथ जूड्डो की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रदेश भर में तीसरा स्थान हासिल कर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा चुकी है।