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मुल्थान बाजार को खतरा: पानी के रिसाव से पहाड़ी में आई दरारें

हाइलाइट्स

  • प्रभावित रिहायशी ईलाकों को खाली करने के आदेश

  • 6.21 मीटर पैन स्टॉक भी असुरक्षित, खतरा टला नहीं

पोस्‍ट हिमाचल न्‍यूज एजेंसी


जोगेंद्रनगर(मंडी)। मंडी- कांगड़ा सीमा पर मुल्थान के लंबाडग पन विद्युत प्रोजेक्ट की एचआरडी में पानी के रिसाव से अब भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ गई है। इससे मुल्थान बाजार खतरे की जद् में आ गया है। ऐहतियातन परियोजना प्रबंधन ने भी मुल्थान बाजार के कारोबारियों और साथ लगते रिहायशी परिवार के सदस्यों को सुरक्षित स्थानों में शरण लेने का आहवान किया है। शनिवार को परियोजना प्रबंधन की क्षतिग्रस्त एचआरडी के निरीक्षण के बाद साथ लगते क्षेत्र में भारी तबाही और पहाड़ी पर दरारों को देखकर बड़ी अनहोनी की आशंका को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। मुल्थान बाजार से करीब तीन सौ मीटर दूर पहाड़ी पर पानी के रिसाव से गहरी खाई बन जाने से मानसून सीजन में फिर तबाही की संभावनाएं भी प्रबल हो गई है। वहीं पानी के रिसाव की बात करें तो अभी भी करीब 12 ईंच पानी एचआरडी टनल से होकर मुल्थान बाजार में हो रहा है। ऐसे में अगर भारी बारिश का कहर मुल्थान गांव में बरपता है तो तबाही से मुल्थान बाजार का नामोनिशान भी मिट सकता है। ऐसी संभावनाओं को देखते हुए प्रशासन की टीम ने भी तकनीकी कर्मचारियों के साथ हादसे की घटना स्थल में पैदल पहुंचकर हालात का जायजा लिया है। तहसीलदार डॉ वरूण गुलाटी ने बताया कि मौके की रिर्पोट जिला प्रशासन को सौंपने के बाद ही आगामी आदेश तहसील कार्यालय से जारी किए जाएगें। उनके साथ एसडीएम बैजनाथ देवी चंद ने प्रभावित ग्रामीणों से बैठक कर हालात का जायजा घटना स्थल में पहुंचकर लिया है।

दो लाख की आर्थिक सहायता बांटी


शनिवार को मुल्थान तहसील में पहुंचकर एसडीएम बैजनाथ देवी चंद ने पावर प्रोजेक्ट के हादसे से प्रभावित परिवारों से दोबारा मुलाकात कर उन्हें करीब दो लाख से अधिक की आर्थिक सहायता भी प्रदान की। करीब 43 परिवारों को यह आर्थिक सहायता बांटी गई है। जबकि अन्य प्रभावितों की सूची भी तैयार कर उन्हें प्रशासन के माध्यम से नियमानुसार आर्थिक सहायता प्रदान करने का भरोसा एसडीएम देवी चंद ने दिलाया है।

 

 

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