सरकार के दो साल के रोजगार के आंकड़ों पर बेरोजगारों ने उठाए सवाल, बोले रोजगार नहीं दे सकते तो मार दो गोली
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कागजों में दिया जा रहा रोजगार, आउटसोर्स और रिटायरमेंट के बाद पुनः रोजगार को बंद करने की मांग
शिमला में सचिवालय के घेराव और चक्का जाम करने की दी चेतावनी बनाया युवा मांगे रोजगार संघ
शिमला में सचिवालय के घेराव और चक्का जाम करने की दी चेतावनी बनाया युवा मांगे रोजगार संघ
शिमला। बेरोजगार युवाओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आग उगलते हुए दो साल के रोजगार के आंकड़ों पर उठाए सवाल उठाए हैं। हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दसवें दिन प्रदेश के युवा बेरोजगार चौड़ा मैदान में एकत्रित हुए और यह तक कह डाला कि बोले रोजगार नहीं दे सकते तो मार गोली मार दो।
वहीं, बेरोजगार युवाओं का कहना है कि सरकार 28 हजार सरकारी नौकरियों का गलत आंकड़ा पेश किया है। पिछले दो सालों से कोई नया रोजगार नहीं दिया गया है। जिसके बाद बेरोजगारों ने "युवा मांगे रोजगार"का गठन किया है। प्रदेश के युवा जल्द सरकार के खिलाफ शिमला में बड़ा धरना प्रदर्शन करेंगी।
हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दसवें दिन प्रदेश के युवा बेरोजगार चौड़ा मैदान में एकत्रित हुए। इस दौरान युवा मांगे रोजगार संघ के अध्यक्ष ललित शर्मा ने बताया कि सरकार ने तीस हजार रोजगार केवल कागजों में दिया हैं। दो सालों में एक भी नई भर्ती नहीं निकली हैं। ये सरकार आउटसोर्स से भर्तियों की बात कर रही है जो बेरोजगारों के साथ धोखा हैं।आउटसोर्स पर कम पढ़े लिखे लोगों को लगाया जा रहा है। बेरोजगारी की वजह से पढ़ा लिखा युवा सड़को को पर उतरने को मजबूर हैं। सरकार आउटसोर्स भर्तियों पर रोक लगाई जानी चाहिए। सरकार तीस हजार का आंकड़ा बता रही हैं। लेकिन ये कहां दी गई सरकार इसके आंकड़े सांझा करें। उन्होंने कहा कि सरकार रिटायर्ड लोगों को दोबारा रोजगार दिया जा रहा हैं जिससे उनकी तैयारी का कोई मतलब नहीं रह जाता हैं। उन्होंने कहां कि सरकार या नई भर्तियां कराए या उन्हें गोली मार दे। इसी मांग को लेकर वे आज शिमला। में। इकट्ठे हुएं आगामी समय में शिमला में सचिवालय का घेराव कर चक्का जाम करेंगे।