गर्मी का कहर: शिमला समेत हिमाचल में पेयजल संकट
हाइलाइट्स
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प्राकृतिक जलस्रोत लगे सूखने, ग्राउंड वाटर में आई कमी
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सोलन में कई वार्डों में नहीं मिल रहा पानी
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लोअर हिमाचल में भी कई स्थानों पर पेयजल संकट
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गिरी, चुरट, चैयड़ और कोटी बरांडी के सूखने से शहर में
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गिरी के पास शींटी नाले से पानी को लिफ्ट करने की भी कंपनी ने की तैयारी
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। हिमाचल में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। पहाड़ हीटवेव की गिरफ्त में हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 27 तक बारिश होने के आसार नहीं हैं। ऐसे में प्राकृतिक जलस्रोत सूखने लगे हैं। ग्राउंड वाटर में तीस से चालिस फीसदी कमी आ चुकी है।
राजधानी शिमला समेत सोलन, सिरमौर और लोअर हिमाचल में अधिकांश इलाकों में पानी की आपूर्ति चरमराई हुई है। राजधानी शिमला में वाटर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम पूरी तरह से गड़बड़ा गया है। इसके चलते किन्हीं क्षेत्रों में लोगों को दूसरे तो कहीं पर चौथे दिन पानी मिल रहा है, इससे शहर में जल संकट पैदा हो गया है। शहर में अघोषित राशनिंग कंपनी ने शुरू कर दी है।
गिरी, चैयड़ व चुरट समेत कोटी बरांडी योजनाएं सूख गई हैं, बावजूद इसके गुम्मा से वाटर लिफ्टिंग को 24 एमएलडी तक बढ़ा दिया है, जिससे शहर को अभी भी 40 एमएलडी पानी मिला रहा है। बावजूद इसके शहर में पानी की – किल्लत पैदा हो गई है। जल प्रबंधन कंपनी ने स्वयं माना कि शहर में पानी का वितरण सही तरीके से नहीं किया जा रहा है, इसके चलते शहर में पानी की किल्लत हो गई है। ऐसे में जल प्रबंधन कंपनी ने अपने सभी फील्ड स्टाफ के अधिकारियों को फील्ड में उतरने के आदेश जारी कर दिए हैं। कनिष्ठ अभियंता से लेकर अधिशासी अभियंता तक के ऑफिसरों को वाटर सप्लाई के दौरान फील्ड में उतर कर पानी के डिस्ट्रीब्यूशन पर नजर रखने के आदेश दिए हैं। कंपनी ने ऑफिसरों को स्पष्ट रूप से कहा है कि वे की मैन के भरोसे न बैठें, की-मैनों पर भी नजर रखी जा रही है। ऑफिसर स्वयं फील्ड में जाकर कि कहां पर कितना पानी लोगों वितरित किया जा रहा है। यही यदि आगामी दिनों में स्थिति बिगड़ती है तो जी. एम. से लेकर एम.डी. तक के ऑफिसर भी स्वयं फील्ड में जाकर वाटर डिस्ट्रीब्यूशन जायजा लेंगे। कंपनी प्रबंधन का कहना है कि यदि अगले 10 दिनों में बारिश नहीं होती तो शहर में पानी की तरह से राशनिंग कर दी जाएगी। को तीसरे दिन यानि एक दिन छोड़कर पानी की आपूर्ति दी जाएगी। यही नहीं, गिरी से वाटर लिफ्टिंग बढ़ाने के लिए देहा नाले के बाद अब शौंटी नाले से भी पानी को लिफ्ट करने की तैयारी कंपनी प्रबंधन ने कर ली है, ताकि शहर में पानी के बढ़ते संकट पर काबू पाया जा सके। जल प्रबंधन कंपनी ने जल संकट को देखते हुए शहर में पानी की सप्लाई टाइमिंग पर भी कट लगा दिया है। लोगों को अब कम समय तक पानी मिलेगा, ताकि सभी क्षेत्रों में पानी मिल सके। जल वितरण सिस्टम को सुधारने के लिए ऑफिसरों को फील्ड में रहने के आदेश दिए हैं, ताकि इसमें सुधार किया जा सके।