विवादों में रहे सीनियर IAS राम सुभग सिंह पर सुक्खू सरकार फिर मेहरबान, एक साल का सेवा विस्तार
Post Himachal, Shimla
विपक्ष में रहते हुए रिटायर्ड और टायर्ड अफसरों की सरकार का तंज भरने वाली कांग्रेस सरकार सत्ता में आकर कुछ अफसरों पर मेहरबान नजर आ रही है। विवादों में रहे सीनियर आईएएस राम सुभग सिंह पर सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने फिर से मेहरबानी की है और उन्हें एक साल के लिए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान सलाहकार बने रहने की व्यवस्था कर दी है। इस बारे में बुधवार 31 जुलाई को अधिसूचना जारी कर दी गई है। बता दें कि वादों के कारण राम सुभग सिंह मुख्य सचिव पद से हटाए गए थे। विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने जयराम सरकार पर खूब हमले किये थे। सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार ने राम सुभग सिंह पर मेहरबानी दिखाई। अब एक साल के लिए उन्हें और सेवा विस्तार दिया गया है। राज्य के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की तरफ से अधिसूचना जारी की गई है. सीनियर आईएएस राम सुभग सिंह को सुखविंदर सरकार ने सेवा निवृति के बाद पिछले साल जुलाई में सीएम का प्रधान सलाहकार बनाया था और अब उन्हें एक और साल के लिए सेवा विस्तार दिया गया है।
यह हुआ था विवाद
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हिमाचल में जयराम सरकार के कार्यकाल के दौरान अगस्त 2019 में रामसुभग सिंह अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर थे। जयराम सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के लिए पर्यटन विभाग ने एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया। रामसुभग सिंह पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव थे। उस पोर्टल पर एक विवादित डॉक्यूमेंट अपलोड हो गया। वो डॉक्यूमेंट लैंड सीलिंग एक्ट से जुड़ा हुआ था।
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विवादित डॉक्यूमेंट के अपलोड होने से जुड़ा खुलासा हुआ तो जयराम सरकार पर दबाव पड़ा। उसी दबाव का परिणाम था कि जयराम सरकार को रामसुभग सिंह से पर्यटन विभाग वापिस ले लिया गया. राज्य सरकार की तरफ से अगस्त 2019 के आखिर में जारी अधिसूचना में रामसुभग सिंह को तत्काल प्रभाव से पर्यटन विभाग के कार्यभार से मुक्त कर दिया गया था।