शिमला में एचआरटीसी बस चालक कर रहे लापरवाही, हादसे को रोकने के काउंसलिंग
हाइलाइट्स
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चालक परिचालकों की काउंसलिंग शुरू, आरएम देंगे चालकों को टिप्स
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खासकर इलैक्ट्रिक बस चालकों को मिलेगा प्रशिक्षण
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। राजधानी शिमला में एचआरटीसी बस चालक लापरवाह हो रहे हैं। खासक इलैक्ट्रिक बसों को चलाने वाले चालक गाइडलाइंस फालो नहीं कर रहे। हाल ही में हुए दो हादसों ने प्रबंधन को भी चालकों की काउंसलिंग के लिए सोचना पड़ रहा है। इन हादसों में दो महिलाओं का जान चली गई है। ऐसे में इलैक्ट्रिक बस चालक परिचालकों के लिए निगम प्रबंधन ने एडवाइजरी जारी कर दी है। वहीं निगम प्रबंधन ने चालकों की काउंसलिंग भी शुरू कर दी है।
आरएम शिमला स्वयं चालक व परिचालकों की काउंसलिंग कर रहे हैं और तैयार की गई एडवाइजरी को समझा रहे हैं। निगम प्रबंधन द्वारा तैयार की गई की गई एडवाइजरी में इलैक्ट्रिक बसों के संचालन व बसों केा चलाते समय में किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए सभी बातों को एडवाइजरी में शामिल किया है। इसी कड़ी में शनिवार को भी आर.एम शिमला ने पुराना बस स्टैंड में चालकों की काउंसलिंग की गई और उन्हें बसों के संचालन की बारिकी से जानकारी दी गई ताकि आगामी समय में इलैक्ट्रिक चलाते समय में किसी भी प्रकार का हादसा न हो और किसी भी व्यक्ति की अनजाने में मौत न हो। वहीं निगम प्रबंधन ने सभी ई-बस चालकों को जारी एडवाइजरी का सख्ती से पालन करने के निर्देश जारी किए हैं। एडवाजरी में साफ कहा गया है कि चालक बसों के संचालन से पहले बस की पूरी जांच करे इसके बाद ही बस 24 वोल्ट पॉवर ऑन करे। इसके अतिरिक्त ई-बस को चलाने की पूरी प्रकिया का अनुसर करें।
ये है ई-बस चालकों के लिए एडवाइजरी
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-चालक बस ट्रैफिक में थोड़ी देर को भी बसें रोके तो स्टार्ट कंडीशन में न छोड़े।
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– ई-बस रोकते समय में सबसे पहले फुट ब्रेक दबाए फिर गियर को ड्राइव से न्यूट्रल करें।
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-जब बस आगे बढ़ाए तो फुट ब्रेक को दबाएं फिर हैंं हैंडब्रेक दबाएं हुए ड्राइव गियर लगाएं।
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-बस को लंबे समय तक स्टार्ट कंडिशन में न छोड़े।
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-बस को बैटरी तापमान के 45 डिग्री से अधिक न चलाएं ।
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-बस मोटर नियंत्रक प्रणाली की अधिकतम क्षमता 72 सैटीगे्रड है।इससे अधिक मोटर विफल हो सकती है।