Himachal Head Constable Case: हरियाणा के नारायणगढ़ में ट्यूबवेल पर आराम फरमाता मिला हेड कांस्टेबल, रिश्वत का भी खुलासा
हाइलाइट्स
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वायरल वीडियो, एसपी सिरमौर पर संगीन आरोप और लापता हेडकांस्टेबल के ड्रामे का पुलिस ने किया The End
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शनिवार को पत्रकारवार्ता में सीआईडी क्राइम के डीआईजी डॉ. डीके चौधरी ने पूरे मामले पर पर्दा उठाया
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
चंबा/ सिरमौर। वायरल वीडियो, एसपी सिरमौर पर संगीन आरोप और लापता हेडकांस्टेबल। पूरे हिमाचल में सुर्खियां बटोर रहे इस ड्रामे का शनिवार को सिरमौर पुलिस ने The End कर दिया है। वीडियो वायरल कर अधिकारियों पर प्रताड़ना और दवाब बनाने का आरोप लगाते हुए जीने की इच्छा नहीं है कि बात कहकर अचानक गायब होने वाला हेड कांस्टेबल जसवीर राणा हरियाणा के नारायणगढ़ के समीप एक ट्यूबवेल पर आराम फरमाते हुए मिला है। अब इस मामले की जांच कर रही पुलिस का दावा है कि हेड कांस्टेबल जानबूझकर छिपा हुआ था। मामला 45 हजार की रिश्वत से जोड़ा जा रहा है। शनिवार को पत्रकारवार्ता में सीआईडी क्राइम के डीआईजी डॉ. डीके चौधरी ने पूरे मामले पर पर्दा उठाया है। उन्होंने बताया कि हेड कांस्टेबल जसवीर लापता नहीं हुआ था, बल्कि वह जानबूझकर छुपा हुआ था। जिसे पुलिस की टीमों ने कड़ी मेहनत के बाद हरियाणा के नारायणगढ़ के समीप एक ट्यूबवेल पर लेटे हुए तलाश कर लिया।
इस तरह पकड़ में आया हेड कांस्टेबल
डीआईजी ने ताया कि आज के समय में कोई भी व्यक्ति मोबाइल फोन से ज्यादा देर तक दूर नहीं रह सकता और यही उसे तालाश करने का आधार बना। उनके परिजनों व जानकारों पर प्रेशर डाला कि ऐसा नहीं हो सकता कि जसवीर किसी से संपर्क नहीं कर रहा है। हेड कांस्टेबल अपने परिजनों के संपर्क में था। शुक्रवार शाम को एसडीपीओ पांवटा साहिब आदिति सिंह कालाअंब में मौजूद थी और जानकारी मिलने के बाद वह टीम लेकर मौके पर पहुंची और हेड कांस्टेबल को नाहन लेकर आई।
अब गिरेगी विभागीय कार्रवाई की गाज
सीआईडी क्राइम के डीआईजी डॉ. डीके चौधरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह सही है कि इस प्रकरण से पुलिस विभाग की किरकिरी हुई है और छवि पर विपरित असर पड़ा है। इस मामले में अब विभागीय कार्रवाई होगी।
यह है मामला
कुछ दिन पहले कालाअंब के देवनी में हुई पंजाब के लोगों द्वारा स्थानीय लोगों के साथ की गई मारपीट की गई। मामले की जांच हेडकांस्टेबल जसबीर कर रहे थे। चार दिन पहले जसवीर का वीडियो वायरल होता है, जिसमें वह कार चलाते हुए एसपी सिरमौर पर मानसिक प्रताड़ना और दवाब बनाने का आरोप लगाते हैं। इस वीडियो में जीने की इच्छा न रहने की बात कहकर वह लापता हो जाते हैं। परिजन रोष जताते हुए डीसी और एसपी सिरमौर के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करते हुए सीएम से निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। मामले की जांच का जिम्मा डीआईजी क्राइम को सौंपा जाता है और 72 घंटे में पूरे प्रकरण को लेकर तस्वीर साफ हो जाती है।
एसपी ने लगाए हेड कांस्टेबल जसवीर पर मई माह में 45 हजार की रिश्वत के आरोप
एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने एक सवाल के जवाब में बताया कि इस पूरे मामले से पहले ही कालाअंब में तैनात हेड कांस्टेबल जसवीर के खिलाफ एक व्यक्ति ने 17 मई को उन्हें शिकायत सौंपी थी। शिकायत में जसवीर पर 45 हजार रुपए की रिश्वत के आरोप लगाए गए थे। इस दौरान शिकायतकर्ता द्वारा एक ऑडियो रिकार्डिंग भी पुलिस को उपलब्ध करवाई गई थी। इस मामले में जांच का जिम्मा डीएसपी हैडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर को सौंपा गया था और मामले में जांच की गई। शुरुआती जांच में आरोपों की पुष्टि पाई गई थी। मामले में आगामी जांच व कार्रवाई की जानी थी, लेकिन इस बीच जसवीर द्वारा वीडियो वायरल करने व छुप जाने का नया प्रकरण सामने आया।