Exclusive: हिमाचल में काटन कैंडी पर लगेगा प्रतिबंध
हाइलाइट्स
-
कैंडी में पाया गया खतरनाक रोडामाइ बी केमिकल
-
कैंसर को बढ़ावा देता है यह केमिकल
-
सैंपल फेल होने के बाद हरकत में आया विभाग
-
स्वास्थ्य विभाग से मंगवाई जाएगी रिपोर्ट, लगेगा प्रतिबंध: शांडिल
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
सोलन/ बिलासपुर। हिमाचल सरकार काटन कैंडी पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। बिलासपुर, शिमला, मंडी के बाद अब सोलन में सैंपल फेल होने के बाद सरकार ने स्वास्थ्य विभाग से इस मामले की रिपोर्ट मांगी है। जिसके बाद आगामी कार्रवाई करते हुए प्रदेश में काटन कैंडी या फूड कलरिंग एजेंट्स पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। बता दें कि काटन कैंडी के दुष्प्रभावों को देखते हुए कर्नाटक में इसे बैन कर दिया गया है। गोवा, तमिलनाडु, पुदुचेरी और महाराष्ट्र के बाद अब कर्नाटक में भी कैंसर का कारण बनने वाले फूड कलरिंग एजेंट्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब इसे हिमाचल में इसे बैन करने की तैयारी है।
सैंपल में पाया गया कैंसर वाला रोडामाइन-बी केमिकल
सोलन शहर में बिकने वाली कॉटन कैंडी में हानिकारक केमिकल पाया गया है। शहर से भरे गए कॉटन कैंडी के छह नमूने मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। 20 फरवरी को शहर से सात सैंपल भरे गए थे, जिन्हें जांच के लिए सीटीएल कंडाघाट भेजा गया था। रिपोर्ट में पाया गया कि कैंडी में रोडामाइन-बी केमिकल है, जिससे कैंसर हो सकता है। नगर निगम के खाद्य सुरक्षा विभाग ने संबंधित विक्रेताओं को नोटिस भेज दिए हैं। 30 दिन में इसका जवाब मांगा है।कॉटन कैंडी के सैंपल की जांच रिपोर्ट में सेहत के लिए हानिकारक माने जाने वाले कलरिंग मैटीरियल पाए जाने की पुष्टि हुई है। इस कॉटन कैंडी को खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के होने का खतरा हो सकता है। खाद्य सुरक्षा विभाग बिलासपुर की टीम ने 20 फरवरी को घुमारवीं बाजार में कॉटन कैंडी का एक सैंपल भरा था, जिसे जांच के लिए कंडाघाट लैब भेजा गया था । वहीं कैंडी विक्रेता को विभाग ने नोटिस जारी कर दिया है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार सैंपल की रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में पाया गया है कि कॉटन कैंडी के इस सैंपल में खतरनाक रसायन पाया गया है।
हिमाचल में काटन कैंडी के सैंपल फेल होना चिंताजनक है। मामला बच्चों की सेहत से जुड़ा है। स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट मंगवाई जा रही है। उसी रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई होगी। यदि जरूर पड़ी तो काटन कैंडी और फूड कलरिंग एजेंट्स पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाएगा।
डा धनी राम शांडिल, स्वास्थ्य मंत्री