21 मई को बनिया देवी मेला
हाइलाइट्स
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विशाल दंगल होगा मेले का मुख्य आकर्षण
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रियासत काल से चल रहा मेला
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
कुनिहार(सोलन), अक्षरेश शर्मा। रियासत काल से अनवरत चल रहे बनिया देवी मेले का आयोजन 21 मई को होगा।यह जानकारी पंचायत सदस्य कोठी लायक राम भारद्वाज ने दी। जनश्रुति के अनुसार रियासत काल मे जब कुछ राजपूत राजा उज्जैन से बघाट रियासत में रहने आये तो उन्होंने इस स्थान पर अपनी कुलदेवी की स्थापना की।बणी नाम से विख्यात इस जगह पर 10 -12 बीघा जमीन पर आम व अमरूद का बगीचा है।घने पेड़ो की छांव में चमत्कारी पानी का चश्मा जो आज भी ग्रामीणों की प्यास बुझाता है।
जनश्रुति के अनुसार राजा हरदेव सिंह ने अपने स्वप्न के अनुसार ज्ञानवान पंडितों की गणना के अनुसार यंहा खुदाई करवा कर माता की मूर्ति को निकाला था व पूरे विधि विधान से स्थापना की थी व मां दुर्गा की स्मृति में जयेष्ठ मास की अष्टमी को मेले के आयोजन के निर्देश दिये।
प्रदेश के अस्तित्व में आने से पूर्व राजा हरदेव सिंह बनिया देवी मेले का आयोजन करवाते थे व कुश्ती मेले का मुख्य आकर्षण होता था।बगीचे में सप्ताह भर पहलवानों के रहने की व्यवस्था होती थी व लोग उस दौरान कुश्ती का आनंद लेते थे। समय परिवर्तन के साथ आज भी पंचायत स्तर पर इस मेले का आयोजन बदस्तूर जारी है।लोग अपनी कुलिस्ट देवी को नई फसल का नजराना भी चढ़ाते हैं व साथ ही मेले के आनन्द के साथ दंगल में विभिन्न राज्यों से आये पहलवानों के दांवपेंच का भी लुत्फ लेते है।