हिमाचल में बद्दी से होगी वाहनों की आटोमैटिक पासिंग की शुरूआत
हाइलाइट्स
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एमवीआई (मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर) की भूमिका होगी खत्म, नहीं हो सकेगी हेरफेरी
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दूसरी बार गाड़ी में खामी मिली तो स्क्रैप घोषित,सभी वाहनों की होगी ऑटोमैटिक टैस्टिंग
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। अब वाहनों की पासिंग आटोमेटिक होगी। हिमाचल में सोलन के बद्दी से वाहनों की आटोमैटिक पासिंग की शुरूआत होगी। परिवहन विभाग बद्दी में ऑटोमैटिक टेस्टिंग स्टेशन बना रहा है। दावा है कि अक्तूबर माह से यहां वाहनों की फिटनेस की जांच और पासिंग ऑटोमैटिक टेस्टिंग स्टेशन (एटीएस) में होगी। पूरे प्रदेश में एटीएस स्थापित करने के मकसद से हमीरपुर, कुल्लू व ऊना जिलों में में भी इसपर काम शुरू होने वाला है। बता दें कि इस संदर्भ में भारत सरकार की गाइडलाइन है। जिसपर यह कवायद शुरू हुई है। इससे एमवीआई (मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर) की भूमिका खत्म हो जाएगी।
एटीएस स्थापित होने के बाद वाहनों की जांच कम्प्यूटराइज्ड तरीके से होगी, वहीं वाहन जांच में कोई हेराफेरी भी नहीं हो सकेगी। मौजूदा समय में निर्धारित मानकों के आधार पर एमवीआई वाहनों की फिटनेस की जांच करते हैं। यह पूरी प्रक्रिया मैनुअल होती है। अब जांच में यदि वाहन में किसी तरह की खामी पाई जाती है तो उसे सुधारने का एक मौका दिया जाएगा। दूसरी बार भी अगर गाड़ी दुरुस्त नहीं पाई जाती तो गाड़ी को स्क्रैप घोषित कर दिया जाएगा। ऑटोमैटिक टैस्टिंग स्टेशन में दोपहिया वाहन, थ्री व्हीलर, हल्के वाहन और भारी वाहन सभी की पासिंग होगी। विभाग ने इसके लिए निजी क्षेत्र से भी आवेदन मांगे थे। इसके लिए नियम बनाए गए हैं। केंद्र बनाने के लिए 4100 वर्ग मीटर जमीन होनी चाहिए।