परवाणू में डायरिया को रोकने में प्रशासन नाकाम, 24 घंटे में 37 नए मरीज
हाइलाइट्स
-
दूषित पानी के स्रोतों की खोज में भी नहीं सफलता
-
राज्यपाल कर चुके है दौरा, दे चुके हैं दिशा निर्देश
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
परवाणू,मनमोहन संधू। डायरिया के प्रकोप को रोकने के लिए प्रशासन ने अन्य विभागों के साथ मिलकर परवाणू में अभियान छेड़ा हुआ है। राज्यपाल तक परवाणू का दौरा कर स्थिति को नियंत्रित करने के निर्देश दे चुके हैं। लेकिन इस डायरिया के मामले थमते नजर नहीं आ रहे हैं।
दूषित पानी के स्रातों की खोज नाकाम साबित हो रही है और डायरिया थमने का नाम नहीं ले रहा है। परवाणू में पिछले 24 घंटों में डायरिया के 37 नए मामले सामने आए हैं। मरीजों का आंकड़ा 450 पहुंच गया है। गौर हो की 12 अप्रैल से लगातार परवाणू के विभिन्न क्षेत्रों से डायरिया के मरीज आने शुरू हुए थे। जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग लगातार इस बीमारी की जड़ तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है परन्तु अभी तक उन्हें सफलता हासिल नहीं हुई है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने स्वयं परवाणू के ईएसआई अस्पताल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने सभी विभागों को दूषित पानी के स्त्रोतों को जल्द ढूंढ स्वच्छ जल जनता तक पहुंचाने के निर्देश दिए । इसके लिए हिमुडा , जल शक्ति विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा प्रदूषण विभाग की टीमें गठित की गयी तथा जल्द स्वच्छ पानी की आपूर्ति का राज्यपाल ने आश्वासन दिया |
पानी के तीन सैंपल हो चुके हैं फेल
गौर हो की सभी विभागों द्वारा अब तक पानी के 12 नमूने लिए गए हैं जिनमे से चार की रिपोर्ट में तीन नमूने दूषित पाए गए हैं । वहीं अन्य नमूनों की रिपोर्ट अभी कंडाघाट लैब से नहीं आयी है ।
अफसरों की सफाई
धर्मपुर स्वास्थ्य खंड अधिकारी कविता शर्मा ने बताया की स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशा वर्करों की टीमें गठित कर लोगों को घर घर दवाई पहुंचाई जा रही है तथा पानी को साफ़ किया जा रहा है | इसके साथ ही लोगों को बीमारी से बचने के उपाय बता कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है | डा.कविता ने बताया की सभी विभागों द्वारा रोजाना पानी के नमूने लिए जा रहे हैं अब तक लिए गए 12 नमूनों में 8 नमूने स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए गए हैं। जिनकी रिपोर्ट आना बाकि है |