घायल मासूमों को रोता बिलखता देख अध्यापकों और अभिभावकों के छलके आंसू
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जोगेंद्रनगर में स्कूल बस हादसे में घायलों को उपचार दिलाने के लिए हर वर्ग के लोगों ने किया सहयोग
जोगेंद्रनगर(मंडी)। मंडी के जोगेंद्रनगर में मंगलवार को ट्राला चालक की लापरवाही से हुए बस हादसे में घायल स्कूल के मासूम बच्चों को देख अध्यापक और अभिभावकों की आंखों से भी आंसू छलक आए। जोगेंद्रनगर अस्पताल में जब एक-एक एंबुलेंस में विद्यार्थी क साथ उपचार के लिए पहुंचाया गया तो इनमें गंभीर रूप से घायल विद्यार्थियों को देखकर मौके पर मौजूद भीड़ भी सहम उठी। कयास हादसे में अधिक से अधिक घायल बच्चों को गहरी चोटों के भी जब लगाए जा रहे थे तो अस्पताल की और भागे स्कूल के अध्यापकों और अभिभावकों में भी अफरा तफरी का माहौल बन गया। इस दौरान अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने पूरी मुस्तैदी दिखाते हुए जहां घायल बच्चों को तुरंत अस्पताल में उपचार दिलाने में सहयोग किया।वहीं सहमे अध्यापकों और अभिभावकों को भी संभाला। अस्पताल की सुरक्षा में तैनात प्रभारी भाग चंद ने अपनी पूरी टीम के साथ घायलों को 108 एंबुलैंस से निकालकर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड और लघु शल्य कक्ष में उपचार के लिए पहुंचाया। उनके साथ सुरक्षाकर्मी प्रीतम, मंगल, अजीत, विशाल, भीम सिंह, रोशनी, किरणा ने भी सहयोग किया। फिर अस्पताल पहुंचे स्कूल के प्रबंध निदेशक लक्की ठाकुर ने अस्पताल में उपचाराधीन एक-एक घायल बच्चे को अपनी निगरानी में उपचार दिलाया और अभिभावकों को भी जानकारी दी। उनके साथ स्कूल के समस्त स्टाफ भी घायलों को उपचार दिलाने में जुटा रहा। नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर के एसएमओ व शिशु विशेषज्ञ डॉ रोशन लाल कौंडल की अगुवाई में चिकित्सक डॉ अमित, अंकित ने घायलों को उपचार दिलाया। वहीं रोगी वार्डों में उपचाराधीन मरीजों को स्टाफ नर्स नीलम सैनी, वर्षा, रितू, डिंपल और नीरज ने आवश्यक उपचार दिलाकर राहत प्रदान की।
घटना स्थल से 50 मीटर पीछे होता हादसा तो नहीं बचती मासूमों की जान
मंडी पठानकोट हाईवे पर जोगेंद्रनगर में हुए स्कूल बस हादसे के बाद घटना स्थल में पहुंचे आसपास के लोगों ने बताया कि अगर अपरोच रोड़ से महज 50 मीटर पहले यह हादसा होता तो बस में सवार मासूम बच्चों की जान पर भी जोखिम बढ़ जाता। बताया कि यहां पर गहरी खाई भी थी जिसमें अगर स्कूल बस लुढक जाती तो कई बच्चों की जान को खतरा होता।
ट्रोला चालक की लापरवाही से हुआ हादसा, एफआईआर दर्ज
मंडी पठानकोट हाईवे पर जोगेंद्रनगर शहर से करीब एक किलोमीटर दूर अपरोच रोड़ में पेश आए बस हादसे में पुलिस की प्रारंभिक जांच में ट्रोला चालक की गलती पाई गई है। पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर ट्रोला चालक को हादसे के तुरंत बाद ही हिरासत में ले लिया है। निजी स्कूल बस चालक हेम राज और बस में मौजूद निजी स्कूल के अध्यापकों ने पुलिस को दिए ब्यान में बताया कि मंगलवार को हराबाग से हरनाला, शानन होकर जब स्कूल बस ब्रिजमंडी स्थित निजी स्कूल जा रही थी तभी महज सौ मीटर पहले मंडी से जोगेंद्रनगर की और आ रहे ट्रोले चालक ने सड़क किनारे खड़ी बस को टक्कर मार दी।