आईएएस अफसर बन कर देश सेवा करना चाहती है श्रुति
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उरला स्कूल की मेधावी छात्रा ने टॉप टेन में हासिल किया पांचवां स्थान
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
पधर(मंडी)। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला उरला की मेधावी छात्रा श्रुति धरवाल ने दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 99.29 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश में पांचवां स्थान हासिल किया। श्रुति धरवाल की इस उपलब्धि से स्कूल के साथ साथ स्वजनों का नाम भी गर्व से ऊंचा हुआ है। श्रुति धरवाल आईएएस अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहती है। मेधावी छात्रा ने कहा कि आइएएस अफसर बनना उसका सपना है। जिसके लिए वह अभी से कड़ी मेहनत कर रही है। बकौल श्रुति स्कूल से घर पहुंचते ही होमवर्क करने उपरांत रात को एक घंटा रिवीजन पढ़ाई की रूटीन रही। पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती रही हैं। श्रुति के पिता गुरदेव उरला में किरयाना शॉप चलाते हैं। जबकि माता किरण निजी स्कूल में बतौर शिक्षिका कार्यरत हैं। वहीं सारिका पुत्री तिलक राज चौहान ने 700 में से 681 अंक हासिल कर स्कूल में दूसरा स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि पर स्कूल स्टाफ और प्रबंधन समिति ने मेधावी छात्रा को लड्डू खिला बधाई दी। प्रधानाचार्य संजीव ठाकुर ने बताया कि श्रुति स्कूल की एक होनहार छात्रा रही हैं। पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद गतिविधियों में भी स्कूल का नाम रोशन किया है। उन्होंने मेधावी छात्र को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
महक का सपना है डॉक्टर बन सेवा करना
पधर(मंडी)। राजकीय आदर्श सीनियर सेकंडरी स्कूल द्रंग की मेधावी छात्रा महक ने 692 अंक ले कर दसवीं की बोर्ड मेरिट में आठवां स्थान हासिल किया। मेधावी छात्र की उपलब्धि से स्कूल में जश्न का माहौल है। महक का सपना डॉक्टर बनकर सेवा करना है। जिसके लिए ग्याहरवीं में मेडिकल विषय मे पढ़ाई कर रही हैं। मेधावी छात्रा ने बताया कि वह रोजाना रूटीन में चार से पांच घंटे पढ़ाई करती थी। स्कूल से कभी अनुपस्थित नहीं रही। महक के पिता होशियार सिंह हिमाचल प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल पद पर सेवारत हैं। जबकि माता रेखा गृहिणी हैं। छात्रा की उपलब्धि से स्कूल के साथ साथ स्वजनों का मान भी बढ़ा है। प्रधानाचार्य सुशील शर्मा ने कहा कि महक स्कूल की एक होनहार छात्रा रही है। जिसने यह मुकाम हासिल कर गौरवान्वित किया है। उन्होंने इस उपलब्धि पर मेधावी छात्र और स्वजनों को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।