Politics: मंडी में बिग्रेडियर खुशाल ठाकुर पर फिर दांव खेल सकती है भाजपा
हाइलाइट्स
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बिहारी लाल व अजय राणा के नाम पर फंसा पेच
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महेश्वर सिंह के नाम की भी चर्चा, पर उम्र बनी रोड़ा
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वर्तमान परिदृश्य में प्रदेश में ही रहेंगे जयराम ठाकुर
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अगली सूची में ब्रिगेडियर का नाम हो सकता है फाइनल
हिमाचल प्रदेश में सत्ता का केंद्र मंडी संसदीय क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के नाम को लेकर उलझन में है। भाजपा किसे चुनावी मैदान में उतारेगी, संशय बना हुआ है। संगठन से जुड़े बिहारी लाल व अजय राणा के नाम पर भाजपा विचार कर रही थी। सूत्रों की मानें तो इन चेहरों पर सहमति नहीं बन पाई है। चुनावी लड़ने का अनुभव न होने का पेच नए चेहरों पर फंसा चुका है। उधर, वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में जयराम ठाकुर प्रदेश में ही रह सकते हैं और आने वाले विधानसभा चुनावों में फिर से कमान संभालने के तेवर दिखा चुके हैं। ऐसे में ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर पर फिर से भाजपा दांव खेल सकती है। महेश्वर सिंह का नाम भी चर्चा में है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि उम्र और कुछ नेताओं की सहमति बाधा बन चुकी है। अब यदि जयराम चुनाव नहीं लड़ते हैं तो उनके बाद ब्रिगेडियर ही सबसे मजबूत प्रत्याशी माने जा रहे हैं।
खुशाल इसलिए सशक्त दावेदार
जयराम के बाद खुशाल सशक्त दावेदार हैं। इसके पीछे तर्क भी है। बिग्रेडियर का चेहरा अब तक अविवादित रहा है। पिछली बार लोकसभा चुनावों में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह का कड़ा मुकाबला किया। छह बार हिमाचल के सीएम रहे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की मौत के बाद सिंपथी की लहर होने के बावजूद हार जीत का अंतर एक फीसदी से भी कम रहा। वहीं, उपचुनाव में नोटा भी एक बड़ा कारण रहा।
प्रत्याशी के चेहरे पर जातीय समीकरण को भी साधना होगा
प्रतिभा सिंह सियासी मैदान में उतरती हैं तो केवल जयराम ही उनकी काट मानी जा रही है। रामपुर, किन्नौर और भरमौर/पांगी में प्रतिभा मजबूत है। शुरूआती चरण में ही यहां आगे रहती हैंंऔर अंत तक यह बढ़त काम आती है। ट्राइब और अप्पर एरिया में ठाकुरों का यहां दबदबा है। जयराम और खुशाल भी ठाकुर हैं, लेकिन स्वर्गीय वीरभद्र परिवार की पकड़ मजबूत है। दूसरी ओर मंडी और आसपास के क्षेत्र की बात करें तो यहां ब्राह्र्मण वोटर अधिक हैं। स्वर्गीय राम स्वरूप शर्मा प्रतिभा को हरा चुके हैं। सैनिक परिवारों को इन क्षेत्रों में भी कम नहीं आंक सकते। ऐसे में प्रत्याशी के चेहरे पर जातीय समीकरण भी अहम रहेगा। कोई मजबूत प्रत्याशी ही यहां भाजपा को जीत दिलवा सकेगा।
कारगिल हीरो के नाम से जनता में लोकप्रिय हैं खुशाल
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ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर (युद्ध सेवा मेडल) सेवानिवृत्त कारगिल हीरो, जिनके बारे में हिमाचल का लगभग हर शख्स जानता है। कारगिल युद्ध में 18 ग्रेनेडियर के कमान अधिकारी के रूप में सामरिक महत्व की टाइगर हिल व तोलोलिंग की चोटियों से पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ कर कब्जा किया थाा। इस आसाधारण पराक्रम के लिए उन्हें युद्ध सेवा मेडल मिला। यूनिट को रिकार्ड 52 वीरता पुरस्कार मिले हैं।
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संयुक्त राष्ट् रसंघ की शांति सेना के तहत साल 2000 में सियरा लियोन (अफ्रीका) में विद्रोहियों के चंगुल से विषम परिस्थितियों में फंसे 234 शांति सैनिकों, इसमें 225 भारतीय थे, को अंतराष्ट्रीय युद्ध अभियान खुखरी चला सफलतापूर्वक मुक्त करवाया।
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भारतीय शांति सेना मिशन के तहत 1989-90 में श्रीलंका में लिट्टे के विरुद्ध लड़ाई में वीरता पुरस्कार मिला। आपरेशन रक्षक में कश्मीर में आतंकवादियों के रुद्ध अभियान चलाया।
शिक्षा
ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर का जन्म 9 सितंबर 1954 को मंडी में हुआ था। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से उन्होंने 1975 में कला स्नातक की पढ़ाई की। कंप्यूटर साइंस व मानवाधिकार में स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी किया। खुशाल ठाकुर की पत्नी गृहिणी हैं, जबकि बेटा सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल है व बेटी डाक्टर है।
पहली नौकरी पटवारी की
खुशाल ठाकुर ने शुरुआत में राजस्व विभाग में पटवारी की नौकरी भी की। उन्होंने 1972-1975 तक यह नौकरी की। इसके बाद सैन्य अधिकारी बने व 1975-2010 तक 34 साल भारतीय सेना में सेवा दी। इसके अलावा एसएजीवी कंपनी में 2010-2013 तक मुख्य प्रबंधक रहे। इसके बाद 2013 से अब सामाजिक व राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं।
इन जिम्मेवारियों का किया निर्वहन
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अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक हिमाचल प्रदेश एक्स सर्विसमैन कारपोरेशन सदस्य
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हिमाचल प्रदेश योजना बोर्ड सदस्य
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कैबिनेट सब कमेटी (फोरलेन मामलों का निस्तारण)
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चीफ पैट्रन, (एक्स सर्विसमैन लीग, जिला मंडी)
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वर्तमान में भाजपा भूतपूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं व मंडी जिला एक्स मैन सर्विस लीग के चीफ पैटर्न भी हैं।
राजनीतिक क्षेत्र में कार्य
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2014 में मंडी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी पैनल में नामांकित।
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2017 में द्रंग विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी पैनल में नामांकित।
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2019 में मंडी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी पैनल में नामांकित व कवरिंग प्रत्याशी।
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2021 में लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी, एक फीसदी अंतर से हारे