लोकसभा चुनावों से पहले झलका छावनी की युवा पीढ़ी का दर्द
हाइलाइटस
बढ़ती बेरोजगारी को देख युवा बहारी क्षेत्र को कर रहे प्लायन
कपिल गुप्ता
सुबाथू सोलन। छावनी क्षेत्र सुबाथू की जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रही है। लंबे अरसे से चुनावों के दौरान राजनितिक पार्टिया छावनी के बासिंदों को सुबाथू के विकास के दावे कर रही है। जो दावे चुनावों के बाद हवा हो जाते है। लेकिन इस बार सुबाथू की जनता लोकसभा चुनावों में लोकसभा प्रत्याशियों से किए गए वादों पर सवाल उठाएगी। स्थानीय लोगों की माने तो पूरे प्रदेश को राशन स्पलाई करने वाला सुबाथू आज व्यापार के लिए तरस रहा है। लेकिन व्यापारियों की सुध लेने वाला कोई भी नही है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के लिए सुबाथू में रोजगार का कोई साधन नही है। जिसके कारण सुबाथू की युवा पीढ़ी को रोजगार के लिए घर से प्लायन करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि आए दिन साथ लगते क्षेत्र में युवा पीढ़ी खेल के माध्यम से बुलंदियों को छू रही है। जबकि सुबाथू में युवाओं को पसीना बहाने के लिए कोई खेल मैदान नही है। जिसके कारण युवाओं का सेना में जाने का सपना अधूरा रह जाता है। स्थानीय जनता का कहना है कि लोकसभा चुनावों में इन सभी बातों का ख्याल रखकर मत दिया जाएगा।
सुबाथू के निखिल शर्मा का कहना है कि सुबाथू के व्यापारियों को इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। सुबाथू धर्मपुर मार्ग बंद होने के कारण छावनी का काफी व्यापार घटा है। जिसपर कोई भी पार्टी राहत नही दिला सकी। ऐसे में लोकसभा चुनावों में इस बात का ध्यान रखकर वोट डाली जाएगी।
सूरज वर्मा का कहना है कि छावनी में युवाओं के भविष्य का किसी भी पार्टी ने ख्याल नही रखा। छावनी में खेल मैदान न होने के कारण युवा पीढ़ी मोबाईल गेम तक सिमट कर रह गई है। खेल मैदान न होने के कारण अभिभावकों को भी युवाओं का गलत आदतों की तरफ जाने का भय बना रहता हैा