लोकसभा चुनाव: 68.50 फीसदी मतदान, दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र ताशीगंग में 79.03फीसदी पोलिंग
- ऊना के गगरेट में डीसी ने पीठासीन अधिकारी राकेश कुमार और सेक्टर ऑफिसर गोविंद कौशल को सस्पेंड
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। लोकतंत्र के महापर्व में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर इसे सफल बनाने के लिए प्रदेश के मतदाताओं ने मतदान प्रक्रिया में उत्साह के साथ भाग लिया। चार संसदीय क्षेत्रों में लगभग 70 प्रतिशत तथा छः विधानसभा उप-चुनावों में लगभग 71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। लोग सुबह जल्दी ही अपने घरों से निकलकर मतदान केन्द्रों पर पहुंचना आरंंभ हो गए थे ।
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प्रातः 11 बजे तक 31.92 प्रतिशतता
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दोपहर एक बजे तक 48.63 प्रतिशत
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सांय 5 बजे यह 66.56 प्रतिशत
छह विधानसभा सीटों के लिए हिमाचल में कुल मतदान प्रतिशत
कुटलैहड़- 76.20 %
धर्मशाला- 66.27%
बड़सर- 50.00%
लाहौल स्पीति- 73.72%
गगरेट- 68.28%
सुजानपुर- 74.10%
8:00 बजे तक चार लोकसभा सीटों के लिए हिमाचल में कुल मतदान 68.48
1. हमीरपुर 67.03%
2. कांगड़ा 66.21%
3. मंडी 71.48%
4. शिमला 69.58%
ताशीगंग में 79.03 फीसदी मतदान
मंडी संसदीय सीट और लाहुल स्पीति विधान सभा उपचुनाव को लेकर स्पीति घाटी में मतदाताओं में काफी उत्साह दिखा। दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र ताशीगंग में 79.03 फीसदी मतदान ही हुआ। कुल 62 मतदाताओं में से 49 ने मतदान किया। 13 मतदाता स्पीति से बाहर थे। इस वजह से मतदान के लिए आ नहीं सके। 100 फीसदी मतदान दर्ज हुआ है। स्थानीय लोगों ने पारम्परिक ड्रेस में मतदान करने के लिए पहुंचे थे। मतदान केंद्र में पहली बार मतदान करने जा रहे 18 साल के कुन्जोक तेंजिन ने कहा कि मैं पहली बार मतदान करने को लेकर काफी उत्साहित था। हम केवल किताबों में ही पढ़ते थे या फिर अपने बड़ों से मतदान के बारे में सुना करते थे। लेकिन इस बार जब पहली बार मत का इस्तेमाल करने का अवसर मिला तो काफी खुशी हो रही है। इसके साथ ही मैंने मत देश के सबसे उंचे मतदान केंद्र में डाला है। अब मैं हर बार मत का इस्तेमाल किया करूंगा।एडीसी राहुल जैन ने कहा कि इस बार पूरी स्पीति में मतदान को लेकर काफी उत्साह है। विश्व के सबसे उंचे मतदान केंद्र में स्थानीय लोगों ने बेहतरीन व्यवस्थाएं की है। हमें उम्मीद है कि इस बार भी यहां पर 100 फीसदी मतदान हुआ है।
दो अधिकारी सस्पेंड
ऊना के गगरेट में डीसी ने पीठासीन अधिकारी राकेश कुमार और सेक्टर ऑफिसर गोविंद कौशल को सस्पेंड कर दिया। दोनों अधिकारियों ने लोकसभा चुनाव की ईवीएम मशीन विधानसभा उपचुनाव की जगह लगा दी। जबकि उपचुनाव वाली ईवीएम मशीन, लोकसभा वाली मशीन की जगह लगा दी।
पारंपरिक वस्तुओं की प्रदर्शनी
ताशीगंग में पहली बार स्थानीय लोगों ने पारंपरिक वस्तुओं की प्रर्दशनी लगाई हुई थी। इसमें गलीचा बनाने का अौजार, हल, बुखारी, आदि वस्तुओं को प्रदर्शन किया गया था। यहां के लोगों को कहना है कि चुनावों के दिनों पूरे भारत की नजर ताशीगंग मतदान केंद्र पर होती है। ऐसे में हमें अपनी संस्कृति को दिखाने का भी ये सुनहरा अवसर होता है।
मंडी संसदीय क्षेत्र में बंपर वोटिंग देखने को मिल रही है। यहां मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह और भाजपा की कंगना रणौत के साथ है। मंडी संसदीय हलके में आने वाले सराज एरिया में राज्य के बाकी 67 विधानसभा हलकों के मुकाबले सबसे अधिक मतदान देखने को मिल रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी सराज में करीब 81.52% मतदान का अनुमान है। राज्य के जिन 15 विधानसभा हलकों में सबसे अधिक मतदान देखने को मिल रहा है, उनमें 8 मंडी संसदीय क्षेत्र के है। इनमें से 7 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है।
लोकतंत्र के इस महापर्व की सबसे खूबसूरत तस्वीर उस समय देखने को मिली जब बिलासपुर के टिक्कर-घुमारवीं की एक 72 साल की महिला ने ऑक्सीजन सिलैंडर के साथ अस्पताल से सीधा मतदान केंद्र पहुंच कर वोट डाला। महिला द्वारा इस स्थिति में वोट डालना न केवल घुमारवीं क्षेत्र में बल्कि पूरे जिला व प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। क्योंकि इस महिला ने अपनी बीमार हालत में वोट डालने का न केवल साहस जुटाया बल्कि अपने वोट की कीमत का सभी को एहसास भी करवाया । बता दें कि विमला देवी स्वास्थ्य ठीक न होने के चलते 5 दिन से क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में दाखिल हैं। डॉक्टर ने उन्हें पूरी तरह से आराम करने की सलाह दी थी, लेकिन बावजूद इसके विमला देवी अपनी जिद पर अड़ी रही कि उनके वोट से सरकार चुनने का अवसर 5 वर्ष के बाद आता है इसलिए वह इस मौके को खोना नहीं चाहती और अवश्य मतदान करने जाएगी। विमला देवी घुमारवीं शहर के समीपवर्ती मतदान केंद्र हाई स्कूल चुवाड़ी में अपने परिजनों सहित पहुंची व मतदान किया।