हिमाचल में ई-वाहनों की रजिस्ट्रेशन में सबसे अधिक 2444 दोपहिया वाहन रजिस्ट्रड
हाइलाइट्स
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बढ़ते पैट्रोल के दामों व सडक़ों पर जाम में अब लोगों की नजर इलैक्ट्रिक स्कूटी-बाइक पर
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परिवहन विभाग के रिकार्ड में खुलासा अब तक कुल 3299 वाहन रजिस्टर्ड
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। हिमाचल में बढ़ते पैट्रोल के दामों व सडक़ पर बढ़ते जाम के चलते लोगों की नजर अब इलैक्ट्रिक स्कूटी व बाईक पर है। प्रदेश में लोग ई-वाहनों में सबसे अधिक ई-दोपहिया वाहन खरीद रहे हैं जिसमें ई-स्कूटी व बाईक दोनों शमिल है।
इस बात का खुलासा परिवहन विभाग के आंकड़ों मेें सामने आया है। परिवहन विभाग के पास प्रदेश भर में कुल 3299 ईलैक्ट्रिक वाहन रजिस्ट्रर्ड है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि इन वाहनों में सबसे अधिक ईलैक्ट्रिक स्कूटी व बाईक की है। प्रदेश में कु ल 2444 ई-दोपहिया वाहन रजिस्ट्रड हैं। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ई-दोपहिया वाहनों को लेकर हिमाचल के लोगों में कितना क्रेज है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ई-वाहनों की खरीद में क्रांति सामने आई है। इससे पहले के वर्षों में ई-वाहनों को लेकर इतना अधिक क्रेज नहीं था। लोग इसलिए भी दोपिहया ई-वाहन अधिक खरीद रहे हैं कि न तो मंहगे पेट्रोल का खर्च और न ही शहर में लगने वाले जाम की चिंता। आसानी से जाम से निकलते हुए अपने गंत्वय स्थानों तक पहुंच रहे हैं।
किस कैटागिरी में कितने ई-वाहन विभाग के पास रजिस्टर्ड
प्रदेश में अब तक कुल 3299 ई-पाहन रजिस्टर्ड यानी पंजीकृत हैं। जिनमें 87 बसें, 13 ई रिक्शा कार्ट, 192 ई-रिक्शा पी, 22 गुडस कैरियर,2444 मोटासाइकल व स्कूटी, 10 स्कूटी विद साइड कार, 43 मैक्सी कै ब, 44 मोपेड,3 मोटर कैब, 288 मोटर कार, 31 मोटरोसाइड, 30 ओमनी बस, 1 प्राईवेट बस, 5 प्राईवेट बस निजी प्रयोग, 4 थ्री व्हीलर गुडस, 80 थ्री व्हीलर पैंसेंजर, 2 थ्री व्हीलर पर्सनल शामिल है।
2017 में मात्र 15 ई-वाहन रजिस्टर्ड, 7 सालों में बढ़ी संख्या ।आंकड़ों के अनुसार हिमाचल में वर्ष 2017 में ई-वाहनों का प्रचलन शुरू हुआ था। उस समय में मात्र 15 ई-वाहन रजिस्टर्ड थे। वहीं वर्ष 2018 में इनकी संख्या 62 हुई, 2019 में 54, 2020 में 180, वर्ष 2021 में 326, 2022 में 1007, 2023 में 1128, फिर 2024 में अब 526 वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं।
हिमाचल में ई-वाहनों को लेकर लोगों में प्रचलन बढऩे लगा है। एक दौर था जब विभाग में 15 वाहन रजिस्ट्रड थे । लेकिन अब इनकी संख्या 3299 तक पहुंच गई। इनमें सबसे अधिक दोपहिया वाहनों की संख्या है। प्रदेश को प्रदूषण मुक्त किया जाए और ई वाहनों को प्रचलन बढ़ाया जाए इसके लिए विभाग युद्ध स्तर पर काम कर रहा है।
डीसी नेगी, निदेशक परिवहन विभाग