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Himachal: विद्यार्थियों के एचआरटीसी बस पास बनेंगे आनलाईन

हाइलाइट्स 

  • पहले चरण में शिमला से होगी शुरुआत

  • प्रबंध निदेशक ने बैठक में दी जानकारी

हिमाचल पोस्‍ट न्‍यूज एजेंसी


शिमला। हिमाचल में एचआरटीसी के बस पास के लिए अब कॉलेज व प्रदेश विवि के छात्र-छात्राओं के बस अड्डों के धक्‍के नहीं खाने पड़ेंगे। निगम ऑनलाइन बस पास की सुविधा हजारों स्‍टूडेंटस को देने जा रहा है। शनिवार को इस संदर्भ में निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने शिमला शहर के विभिन्न कॉलेज प्रबंधन अधिकारियों से बैठक बुलाई। बैठक में ऑनलाइन पास बनाए जाने की प्रकिया पर विशेष से चर्चा की गई। प्रबंध निदेशक ने विस्तार से कॉलेज अधिकारियों को बताया कि ऑनलाइन पास बनाने में उनकी क्या भूमिका होगी और प्रबंधन के इसमें क्या करेगा। नतीजन कॉलेज छात्र-छात्राओं के घर बैठे पास बन जाएं और उन्हे पास बनाने के लिए बस अड्डों में लंबी कतारों में न खड़े होना पड़े। उन्होंने बताया कि जल्द ही प्रबंधन ऑनलाईन पास बनाने की सुविधा को लांच करेगा और प्रदेश भर में ये व्यवस्था लागू होगी। बैठक में आरकेएमवी कॉलेज,कोटशेरा कॉलेज, सेंट बीड्स कॉलेज, ईविंगनिंग कॉलेज और संस्कृत कॉलेज के पदाधिकारियों ने भाग लिया।

ये होगी ऑनलाइन पास बनाने प्रकिया


ऑनलाईन बस पास बनाने के लिए निगम प्रबंधन अपने पोर्टल पर एक ऑनलाइन लिंक उपलब्ध करवाएगा। इस लिंक पर कॉलेज विद्यार्थी पास बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे। यह आवेदन सीधे कॉलेज प्रबध्ंान के पास पहुंचेगा। कॉलेज प्रबंधन छात्रों द्वारा भेजे गए आवेदन को अप्रूव करेगा। इसके बाद ये आवेदन पेमेंट पोर्टल पर चला जाएगा। जहां विद्यार्थी ऑनलाइन पेमेंट करेंगे। पेमेंट प्रकिया पूरी होने के बाद आवेदन सीधा। निगम प्रबंधन अधिकारियों व कर्मचारियों के पास पहुंच जाएगा। अधिकारियों द्वारा पास को अप्रूवल देने के बाद पास डाउनलोड करने का लिंक संबधित विद्यार्थी के ई-मेल पर चला जाएगा। जहां विद्यार्थी अपना बस पास आसानी से डाउनलोड कर सकेेंगे।

विद्यार्थियों को पास प्रिंट करवाना होगा जरूरी


बस पास बन जाने के बाद विद्यार्थियों को पास प्रिंट करवाना भी जरूरी होगी। इससे बस में सफर के दौरान परिचालक को पास दिखानें में आसानी होगी। वहीं परिचालक को पास देखने में कोई परेशानी नहीं होगी। वहीं इस पास में एक क्यू आर कोड भी दिया होगा। जिसके स्कैन करते ही विद्यार्थी की पूरी जानकारी सामने आ जाएगी।

 

प्रदेश में पास बनाने के लिए चलाए जाते हैं 60 कांउटर


शिमला में ये सुविधा शुरू होने के बाद प्रदेश भर में ये सुविधा शुरू होगी। निगम प्रदेश भर में हर वर्ष विद्यार्थियों के पास बनाने के लिए 60 कांउटर चलाता है। अब ऑनलाइन पास बनने से एचआरटीसी की श्रम शक्ति में भी कटौती होगी। से एचआरटीसी की श्रम शक्ति में भी कटौती होगी।

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