बाइडेन की आवाज की नकल कर AI calls करना पड़ा महंगा, कंपनी देगी 10 लाख अमेरिकी डॉलर जुर्माना
Post Himachal, Agencies
Meradith, America
AI calls Biden: AI का उपयोग कर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की आवाज की नकल करते हुए न्यू हैम्पशायर के मतदाताओं को भ्रामक कॉल करने वाली कंपनी ने 10 लाख अमेरिकी डॉलर जुर्माना भरने पर सहमति व्यक्त की है। ‘रोबोकॉल’ करने वाली कंपनी ‘लिंगो टेलीकॉम’ ने जुर्माना भरने संबंधी समझौते पर सहमति जताई और इसी के साथ संघीय संचार आयोग (एफसीसी) के प्रवर्तन संबंधी मामले का निपटारा हो गया।
business-standard.com केेअनुसार आयोग ने पहले 20 लाख अमेरिकी डॉलर का जुर्माना मांगा था। कई लोग का मानना है कि यह मामला मतदाताओं और लोकतंत्र को प्रभावित करने की एआई की क्षमता से जुड़ी चिंता को दर्शाता है। इस बीच, ये कॉल करने की योजना बनाने वाले राजनीतिक सलाहकार स्टीव क्रेमर अब भी आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं और उन पर 60 लाख अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाए जाने का एफसीसी का प्रस्ताव है।
A company that sent deceptive calls to New Hampshire voters using artificial intelligence to mimic President #JoeBiden’s voice agreed Wednesday to pay a $1 million fine, federal regulators said.https://t.co/vAF8KvoGDF
— The Hindu (@the_hindu) August 22, 2024
ये फोन संदेश 21 जनवरी को न्यू हैम्पशायर के हजारों मतदाताओं को भेजे गए थे। इनमें बाइडेन की आवाज की नकल करके गलत संदेश दिया गया था कि राष्ट्रपति पद के चुनाव की प्रक्रिया के तहत प्राइमरी चुनाव में मतदान करने से मतदाता नवंबर के आम चुनाव में मतदान करने से वंचित हो जाएंगे। क्रेमर ने इस वर्ष की शुरुआत में ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा कि वह प्राइमरी चुनाव के परिणाम को प्रभावित करने की कोशिश नहीं कर रहे थे, बल्कि वह एआई के संभावित खतरों को उजागर करना चाहते थे ताकि सांसद इस संबंध में कदम उठाएं। दोषी पाए जाने पर क्रेमर को मतदाता की राय दबाने के आरोप में सात वर्ष तक जेल की सजा हो सकती है तथा स्वयं को उम्मीदवार के तौर गलत तरीके से दिखाने के आरोप में एक वर्ष तक का कारावास हो सकता है।