महर्षि वाल्मीकि जी के प्रकट दिवस पर सुबाथू में श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
सुबाथू(सोलन)। महर्षि वाल्मीकि जी का 72वां प्रकट दिवस सुबाथू में 13 से 18 अक्टूबर तक बड़े हर्षोल्लास और धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया गया। 13 से 17 अक्टूबर तक प्रतिदिन सुबह 4 बजे से 6 बजे तक प्रभात फेरी का आयोजन हुआ, जिसमें महर्षि वाल्मीकि जी के भजनों का गुणगान किया गया, जिससे पूरे शहर में भक्तिमय माहौल बना रहा।
16 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि मंदिर में महाकाव्य रामायण का पाठ आरंभ हुआ, जिसका समापन 17 अक्टूबर सुबह 11 बजे भोग डालने के साथ हुआ। इसी दिन दोपहर 2 बजे से महर्षि वाल्मीकि जी की विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया। शोभायात्रा का शुभारंभ समाजसेवी तरसेम भारती (भारतीय जनता पार्टी) द्वारा किया गया।
यह शोभायात्रा महर्षि वाल्मीकि मंदिर से शुरू होकर लोअर बाजार, चौक बाजार, अपर बाजार, बस स्टैंड और कश्मीरी मोहल्ला से होती हुई वापिस मंदिर पहुंची। शोभायात्रा में बैंड पार्टी, ढोल तासे, महर्षि वाल्मीकि जी का स्वरूप, और आकर्षक झांकियां शामिल थीं। खास आकर्षण के रूप में लव कुश, राम-लक्ष्मण, हनुमान और भरत-शत्रुघ्न की बोलती झांकी के साथ काशू आर्ट ग्रुप दतियार की महाकाली, महादेव की भस्म आरती और बजरंग बली की झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
18 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि मंदिर में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। वाल्मीकि सभा सुबाथू के कार्यकारिणी सदस्यों कुलदीप थावरिया, रवि कुमार, अनिल गिल, शिव कल्याण और सचिव सुमित गिल ने सभी भक्तजनों का धन्यवाद किया और इस सफल आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया।