इस साल मानसून ने किया निराश, सामान्य से 18% कम बारिश, जानें आगामी मौसम का हाल
Shimla: सामान्य से 18 फीसदी बारिश के साथ बुधवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून हिमाचल प्रदेश से विदा हो गया है। इस साल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान 600.9 मिलीमीटर बारिश हुई।
मानसून की विदाई के साथ ही अब प्रदेश में पोस्ट मानसून सीजन शुरू हो गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के सभी भागों में 4 अक्तूबर तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। 5 अक्तूबर से पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से बिगड़ने का पूर्वानुमान है। इसके चलते 5 से 8 अक्तूबर तक मध्य व उच्च पर्वतीय कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है।
1901 से2024 तक की अवधि के लिए सबसे अधिक बारिश (1314.6 मिमी) वर्ष 1922 में दर्ज की गई थी। 27 जून को प्रदेश में मानसून ने प्रवेश किया था। 27 जून से 30 सितंबर तक प्रदेश में 600 मिलीमीटर बादल बरसे। प्रदेश से दक्षिण-पश्चिमी मानसून की वापसी की सामान्य तिथि 25 सितंबर है। बीते साल मानसून 6 अक्तूबर को विदा हुआ था।
मानसून के दौरान प्रदेशभर में सामान्य से 54 फीसदी, जुलाई में 29 फीसदी और अगस्त में 5 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई। सितंबर के दौरान प्रदेश में 4 फीसदी अधिक बारिश हुई। इस अवधि में 734 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है।
27 से 30 जून के दौरान प्रदेश में 46 मिलीमीटर बारिश हुई। इस दौरान 101 मिलीमीटर को सामान्य माना गया है। जून के दौरान प्रदेश में सामान्य से 54 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई। इस अवधि में सभी जिलों में कम बारिश दर्ज हुई। जुलाई में प्रदेश में 180 मिलीमीटर बारिश हुई। इस दौरान 255 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। ऐसे में जुलाई में 29 फीसदी कम बादल बरसे।
अगस्त में हुई 243 मिलीमीटर बारिश
अगस्त में 243 मिलीमीटर बारिश हुई, इस दौरान 256 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। अगस्त में सामान्य से पांच फीसदी कम बारिश दर्ज हुई। हिमाचल प्रदेश में सितंबर के दौरान 125 मिलीमीटर बारिश हुई, इस दौरान 120 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। सितंबर में सामान्य से चार फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई। धर्मशाला और पालमपुर में छह जुलाई, पालमपुर में 1 अगस्त और धौलाकुआं में 26 सितंबर को भारी बारिश हुई। उधर, जून में एक बार, जुलाई में छह बार, अगस्त में सात बार और सितंबर में तीन बार भारी बारिश हुई।