चौहारघाटी के धरमेहड़ गांव में तेंदुए ने मचाया आतंक
हाइलाइट्स
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आधा दर्जन से अधिक भेड़, बकरी और कुत्ते बनाए शिकार
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ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ राहत की लगाई गुहार
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
पधर(मंडी)। चौहारघाटी की ग्राम पंचायत तरसवाण के धरमेहड़ गांव के ग्रामीण तेंदुए के आतंक से खासे परेशान हैं। यहां दिनदहाड़े तेंदुआ भेड़ बकरियों को निशाना बना रहा है। अब तक आधा दर्जन से अधिक भेड़ बकरियां तेंदुए का शिकार हो चुकी हैं। अब गांव के आस पास दिन के समय में तेंदुआ दिखने से ग्रामीण सहमे हुए हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ कर राहत दिलाने की गुहार लगाई है।
पंचायत समिति द्रंग की अध्यक्षा शीला ठाकुर ने बताया कि ग्रामीण झाबटु राम के दो पालतू कुत्ते, किशोरी लाल की दो बकरियां और भाटकु राम का एक बकरा एक सप्ताह के भीतर तेंदुए का शिकार हो चुका है। तेंदुए के खौफ से अब ग्रामीण मवेशियों को चराने के लिए जंगल जाने से कतरा रहे हैं। दो तीन दिनों में स्कूलों में कक्षाएं शुरू होने वाली हैं। ऐसे में छोटे नौनिहालों की सुरक्षा की चिंता ऊपर से सता रही है। उन्होंने कहा कि वन विभाग परिक्षेत्र टिक्कन के अधिकारियों को इस बावत सूचना दी गई है। उन्होंने विभाग से तेंदूए को पकड़ कर राहत दिलाने की गुहार लगाई है। उधर, ग्राम पंचायत चुक्कू में भी बेखौफ तेंदुए ने आतंक मचा रखा है। नागणी गांव में दो पालतू कुत्ते तेंदुए का शिकार हो चुके हैं। लोग रात को घरों से बाहर निकलने का साहस नहीं कर पा रहे हैं।