73वें वन्य सप्ताह के तहत मंडी में मिनी मैराथन का आयोजन, वन्यजीव संरक्षण पर जोर
वन विभाग द्वारा 73वें वन्य सप्ताह के अंतर्गत रविवार को एक मिनी मैराथन का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य वन्यजीव और प्रकृति संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना था। इस कार्यक्रम में लगभग 170 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य अरण्यपाल, भारतीय वन सेवा, अजीत ठाकुर ने इस आयोजन की शोभा बढ़ाई। वन मंडल अधिकारी सुंदरनगर, राकेश कटोच भी इस मौके पर मौजूद थे।
मैराथन की शुरुआत होटल शीश महल से हुई और यह कंट्रोल गेट तक 5 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद वापिस उसी स्थान पर खत्म हुई। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भरपूर उत्साह दिखाया। पुरुष वर्ग में बल्ह के 23 वर्षीय आशुतोष ने 18 मिनट में मैराथन पूरी कर रिकॉर्ड बनाया। वहीं, बल्ह के प्रणव दूसरे और सुंदरनगर के हिमांशु तीसरे स्थान पर रहे। महिला वर्ग में फॉरेस्ट ट्रेनिंग सेंटर, सुंदरनगर की जूली साहू पहले स्थान पर रहीं, जबकि सुजाता साहू और मेनलीन मलिक क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। विजेताओं को विभाग द्वारा 2100, 1500, और 1100 रुपये के पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अरण्यपाल का संदेश: मीडिया से बात करते हुए मुख्य अरण्यपाल अजीत ठाकुर ने बताया कि इस मिनी मैराथन का उद्देश्य लोगों को वन्यजीव और प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि वन विभाग की निरंतर कोशिश है कि लोग वन्यजीवों के साथ सामंजस्यपूर्ण तरीके से रह सकें। हिमाचल प्रदेश, विशेषकर मंडी और सुंदरनगर में तेंदुए, सांप, और बंदरों के मामले बढ़ रहे हैं, और इनसे निपटने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
बाइट: अजीत ठाकुर, मुख्य अरण्यपाल, भारतीय वन सेवा
इस आयोजन के माध्यम से वन विभाग ने वन्यजीवों के साथ मानव के सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व की दिशा में जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है।