पेंशनरों का आक्रोश, ओपीएस और आउटसोर्स चालकों की सेवाएं बहाल करने की मांग
Power Board Employees Protest: हमीरपुर, मंंडी समेत प्रदेश के कई जिला मुख्यालयों में बिजली बोर्ड के कर्मचारियों और पेंशनरों ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। मंडी के सेरी मंच के पास और हमीरपुर के मट्टन सिद्ध क्षेत्र में प्रदर्शन करते हुए बिजली बोर्ड के कर्मचारियों और पेंशनरों ने सरकार से पुरानी पेंशन प्रणाली (ओपीएस) की बहाली की मांग की। बड़ी संख्या में कर्मचारी और पेंशनर शामिल हुए।
हमीरपुर में प्रदर्शन के दौरान, ज्वाइंट फ्रंट के अधिकारियों ने बताया कि बिजली बोर्ड के पेंशनरों को ओपीएस की सुविधा नहीं मिल रही है, और उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड की प्रबंधन और सरकार द्वारा दिए जा रहे तर्क तथ्यहीन हैं।
धरना प्रदर्शन मुख्य अभियंता विद्युत प्रणाली और मुख्य अभियंता परिचालन हमीरपुर जोन कार्यालय के सामने किया गया, जिसमें कर्मचारियों और पेंशनरों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। वक्ताओं ने मांग की कि बिजली बोर्ड में सुधारों के नाम पर बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी द्वारा 51 अभियंताओं के पदों और 81 आउटसोर्स ड्राइवरों की सेवाएं समाप्त की गई हैं, जिन्हें पिछले 10-12 वर्षों से सेवा में रखा गया था।
कामेश्वर शर्मा, जॉइंट फ्रंट के सदस्य, ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासनों के बावजूद, लगभग 6500 कर्मचारियों को आज तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन लागू करने पर केवल 9 करोड़ रूपये प्रतिवर्ष खर्च आएगा। उन्होंने सरकार से पेंशन रूल 1972 के तहत कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन लागू करने की अपील की।
उन्होंने मांग की कि कर्मचारियों को डेढ़ वर्ष से रुके हुए वित्तीय लाभ, जिसमें ओवर टाइम, यात्रा भत्ता, सेवानिवृत्ति पर मिलने वाली ग्रेजुएटी और अर्जित अवकाश की वकाया राशि का भुगतान अति शीघ्र किया जाए।