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Himachal: जोगेंद्रनगर देवता मेले में पहली बार दिखेगी ऐतिहासिक धरोहरों की झलक

 

हाइलाइट्स

  • रामलीला मैदान में सजेगी प्रदर्शनी, धार्मिक स्थल व क्षेत्र के पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
  • पारंपरिक वेशभूषा में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं घरेलू उत्पादों से जुटाएगी आमदनी

पोस्‍ट हिमाचल न्‍यूज एजेंसी


जोगेंद्रनगर(मंडी), राजेश शर्मा। मंडी जिला के जोगेंद्रनगर में राज्य स्तरीय देवता मेले में पहली बार ऐतिहासिक धरोहरों की झलक भी दिखेगी। रामलीला मैदान में सजने वाली प्रदर्शनी में क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। धार्मिक स्थलों के इतिहास पर भी लोगों को अवगत करवाया जाएगा। वहीं स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में घरेलू उत्पादों की बिक्री कर आमदनी भी जुटा पाएगी। महिलाओं की आर्थिकी को ध्यान में रखते हुए इस बार भी प्रदर्शनी का आगाज होगा। वहीं उपमंडल के सुप्रसिद्ध पर्यटन व धार्मिक स्थलों को और अधिक विकसित करने के उद्ेश्य से राज्य स्तरीय देवता मेले में इस प्रदर्शनी को सजाने पर विचार विमर्श भी मेला समिति के चेयरमैन व एसडीएम मनीशा चौधरी ने शुरू किया है। मेले में प्राचीन संस्कृति को जीवित रखने के साथ-साथ इसे आकर्षित बनाने के लिए प्रबुद्ध नागरिकों की एक कमेटी भी गठित की गई है। जिसमें मेले की परंपरा और सांस्कृतिक धरोहरों को संजोए रखने पर सुझाव लिए जाएगें। बड़ी बात यह है कि मेले में प्राचीन संस्कृति को अधिक अधिमान दिलाने को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू की है। रविवार को मेला समिति के चेयरमैन मनीशा चौधरी ने कहा कि मेले हमारी प्राचीन संस्कृति की धरोहर है जो विलुप्त होती जा रही है। इसे संजोए रखने के लिए मेले का आयोजन प्रदेश भर में हो रहा है। लेकिन बिडबंना यह है कि प्राचीन संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहरों की अनदेखी के चलते मेले का स्वरूप बदलता जा रहा है। बताया कि राज्य स्तरीय जोगेंद्रनगर देवता मेले में पहली बार प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों और संस्कृति को उचित स्थान दिलाने का निर्णय लिया है। इसके लिए रामलीला मैदान में इस बार भी प्रदर्शनी को स्थापित किया जा रहा है। शहर में पहली अप्रैल से पांच अप्रैल तक मनाए जाने वाले राज्य स्तरीय देवता मेले में पारंपरिक वेशभूषाओं में महिलाओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होगें। जिन्हें मेला समिति के द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।

 

जोगेंद्रनगर राज्य स्तरीय देवता मेले में प्राचीन, ऐतिहासिक धरोहरों को अधिमान मिले इसके लिए विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी रामलीला मैदान में सजेगी। यहां पारंपरिक वेशभूषा में महिलाएं अपने घरेलू उत्पाद को बेचकर आमदनी भी जुटा सके इसके प्रयास भी मेला समिति के द्वारा जारी हैं।

मनीश चौधरी, एसडीएम व अध्यक्ष मेला समिति जोगेंद्रनगर।

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