Hrtc: कैशलैस सफर यात्रियों के लिए परेशानी न लाए, ट्रेनर होंगे तैयार
हाइलाइट्स
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सोमवार से शिमला में ट्रेनिंग होगी शुरू, कंडक्टरों की कैटागिरी की भी की तय
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ट्रेनिंग में टिकटिंग मशीनों को चलाने की बारिकारियों को सिखाएगा प्रबंधन
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला, गीता। एचआरटीसी बसों में कैशलैस सेवा शुरू हो गई है। कैशलैस सफर को सफल बनाने और सफर के दौरान परिचालकों व यात्रियों को कोई परेशानी न आए। इसके लिए निगम प्रबंधन पहले परिचालकों को ट्रेनिंग देगा और इस ट्रेनिंग में नई ई-टिकटिंग मशीनों को चलाने की पूरी जानकारी दी जाएगी। निगम प्रंबधन निगम के सभी परिचालकों को एक साथ ट्रेनिंग नहीं दे सकता है, ऐसे में निगम पहले शिमला में कंडक्टरों में से ही मास्टर ट्रेनर तैयार करेगा। ये मास्टर ट्रेनर प्रबंधन के उच्च अधिकारियों व एक्सपर्ट से ट्रेनिंग लेकर आगे अन्य परिचालकों मशीनों को चालाना सिखाएंगे। निगम अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार प्रबंधन सोमवार से शिमला में ट्रेनिंग शुरू करने जा रहा है। जिसमें कंडक्टरों को बुलाकर उन्हें नई ई-टिकटिंग मशीन को चलाने की बारिकायों की सिखाएगा। बसों में कैशलैस सफर में शुरूआती दौर में यूपीआई,क्रे डिट, डैबिट और क्यू आर कोड स्कैन से किराए के भुगतान की सुविधा मिलेगी। वहीं आगामी समय में एनएमएनसी कार्ड की सुविधा भी मिलगी। जिसमें मैट्रो की तरह कार्ड रिचार्ज कर भी किराए का भुगतान किया जा सकेगा।
कैटागिरी में बांटे हैं कंडक्टर
निगम ने ट्रेनिंग के लिए कंडक्टरों की कैटागिरी भी बनाई है। जिसमें एचआरटीसी टैक्सी, वोल्वो, लोकल और लांग रूट के कंडक्टर शामिल है। एक एक कैटागिरी को अलग अलग से टे्रेनिंग दी जाएगी ताकि कंडक्टर एक बार मशीन के सफल संचालन को सीखने के बाद अपने साथी कर्मचारियों को मशीन चलाने सिखा सके। निगम का लक्ष्य है कि 30 अप्रैल तक प्रदेश भर में ये कैशलैस व्यवस्था पूरी तरह से लागू कर दी जाए और प्रदेश भर में कैशलैस तरीके से किराए का भुगतान हो सके।