Fake Ayushman card case: ईडी के शिकंजे में नेताओं के अस्पताल, 88 लाख की नकदी, 4 बैंक लॉकर और 140 बैंक खातों का रिकार्ड मिला
Highlights
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कई अचल और चल संपत्तियों के अलावा16 डिजिटल उपकरण भी जब्त
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फर्जीवाड़े से करीब 25 करोड़ की आय कमाई का ईडी को अंदेशा
Post Himachal, Shimla
हिमाचल में ईडी के शिकंजे में सत्ताररूढ़ नेताओं के अस्पताल हैं। फर्जी आयुष्मान कार्ड मामले की जांच में जुटी ईडी ने दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब और हिमाचल के कांगड़ा, ऊना, शिमला, मंडी और कुल्लू समेत करीब 20 स्थानों पर दबिश दी। इस दौरान 88 लाख की नकदी, 4 बैंक लॉकर और 140 बैंक खातों का रिकार्ड मिला है। ईडी ने कई अचल और चल संपत्तियों, खातों और अन्य दस्तावेजों के अलावा मोबाइल फोन, आईपैड, हार्ड डिस्क और पैन ड्राइव के रूप में 16 डिजिटल उपकरण भी जब्त किए हैं। इनमें एबी-पीएमजेएवाई, हिमकेयर और अन्य स्वास्थ्य योजनाओं से संबंधित दावों और दस्तावेजों से जुड़ा रिकार्ड है। ईडी ने दबिश दिए जाने के 2 दिन बाद यह खुलासा किया है। ऐसी भी सूचना है कि इसमें 23 हजार मरीजों के लिए 21 करोड़ रुपए के संदिग्ध लेन-देन शामिल हैं। तलाशी में कई ऐसे मामले भी सामने आए, जिनमें सरकार को किए गए दावों और अस्पताल में मौजूद फाइलों में मौजूद वास्तविक आंकड़ों में भारी अंतर था। यह भी पाया गया कि मरीजों के नाम पर किए गए दावों से संबंधित कई फाइलें गायब हो गई हैं। ईडी के अनुसार अब तक की गई जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उसके तहत मामले में अपराध की आय लगभग 25 करोड़ रुपए है।
ED, Shimla has carried out search operations under the provisions of PMLA, 2002 at 20 locations in Delhi, Chandigarh, Punjab and Himachal Pradesh (in Kangra, Una, Shimla, Mandi and Kullu districts) on 31.07.2024 against Shree Banke Bihari Hospital,
— ED (@dir_ed) August 2, 2024
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ईडी ने राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ऊना द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। सामने आया है कि बांके बिहारी अस्पताल के अलावा श्री बालाजी अस्पताल, सूद नर्सिंग होम, फोर्टिस अस्पताल और श्री हरिहर अस्पताल आदि ने एबी-पीएमजेएवाई का लाभ उठाया।
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जांच के दौरान, 373 फर्जी आयुष्मान कार्ड की पहचान की गई है, जिनमें उक्त आयुष्मान कार्ड लाभार्थियों को दिए गए उपचार के नाम पर सरकार से प्रतिपूर्ति के लिए लगभग 40.68 लाख रुपए (लगभग) का दावा किया गया था। ऐसे फर्जी लाभार्थियों की सूची में रजनीश कुमार और पूजा धीमान के नाम शामिल हैं, जिन्होंने सत्यापन करने पर ऐसे किसी भी पीएमजेएवाई कार्ड के होने या उसकी कोई जानकारी होने से भी इंकार किया। इसके अलावा ये भी स्पष्ट किया है कि उन्होंने उक्त में से किसी भी अस्पताल में ऐसा कोई इलाज नहीं करवाया।
Manish Bhatia, Dr. Manoj Sood and Dr. Hemant Kumar. During the search Operations, various incriminating documents, digital devices, 04 bank lockers and cash of Rs. 88 Lakh (approx.) were found and seized.
— ED (@dir_ed) August 2, 2024
इन अस्पतालों में दी थी दबिश
ईडी ने बीते दिन श्री बांके बिहारी अस्पताल, फोर्टिस अस्पताल हिमाचल हैल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, सिटी सुपर स्पैशलिटी अस्पताल, श्री बालाजी अस्पताल, श्री हरिहर अस्पताल, सूद नर्सिंग होम, नीलकंठ अस्पताल के साथ ही इन निजी स्वास्थ्य संस्थानों के कर्त्ता-धर्त्ताओं के आवासीय परिसर में भी दबिश दी थी।