पानी छोड़ने के जिए जैसे ही खुलेंगे पंडोह डैम के गेट, मंडी तक बजेंगे हूटर
हाइलाइट्स
- बीबीएमबी प्रबंधन पंडोह डैम लगाने जा रहा अरली वॉरनिंग सिस्टम
-
दो माह तक शुरू होगी व्यवस्था, पंडोह डैम से मंडी तक ब्यास किनारे लगेंगे छह हूटर
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
मंडी। बरसात में भारी बारिश और गर्मियों में बर्फ पिघलने के कारण जलस्तर बढ़ने से खतरे का सबब बनने वाली ब्यास नदी के तटीय क्षेत्रों में सुरक्षा के इंतजाम बेहतर होंगे। पंडोह डैम से पानी छोड़ने के लिए गेट खुलते ही डैम से लेकर मंडी शहर तक हूटर बजेगे, जो लोगों को अलर्ट करेंगे। बीबीएमबी प्रबंधन पंडोह डैम अगले दो माह में अरली वॉरनिंग सिस्टम लगाने जा रहा है। यह जानकारी बीबीएमबी के अधीक्षण अभियंता ई. अजयपाल सिंह ने पंडोह डैम में बीएसएल परियोजना के 48वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में दी। बताया कि सेंसर बेसड इस अरली वॉरनिंग सिस्टम का टेंडर लगा दिया गया है। पंडोह डैम से लेकर मंडी शहर तक ब्यास नदी के किनारे 6 हूटर लगाए जाएंगे। पहले यह हूटर सिर्फ पंडोह डैम और बाजार के आसपास ही बजता था, लेकिन उसे मैनुअली बजाना पड़ता था। अब यह ऑटोमेटिक सिस्टम लगाया जा रहा है। बता दें कि पंडोह डैम कोई स्टोरेज डैम नहीं बल्कि डायवर्शन डैम है। यहां से बग्गी के लिए पानी भेजने के लिए जो टनल बनाई गई है उससे 8500 क्यूसेक पानी भेजा जाता है जबकि बाकी पानी ब्यास नदी में ही छोड़ना पड़ता है।