झूठी गारंटियां देने वाले कांग्रेस के बड़े नेताओं ने जमाया हिमाचल में डेरा : जयराम ठाकुर
हाइलाइट्स
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प्रदेश के युवा, महिला, किसान, बागवान, बुजुर्ग सब पूछ रहने है कि क्या हुआ तेरा वादा
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संवैधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री द्वारा सिर्फ़ और सिर्फ़ झूठ बोलना शर्मनाक
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
मंडी/सरकाघाट: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकाघाट में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के लोगों को गारंटियां देने वाले कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता फिर से हिमाचल में आने लगे हैं। प्रदेश के लोग उन नेताओं का बहुत दिन से इंतज़ार कर रहे थे कि कब वह लोग आए और उनसे पूछ सकें कि ‘क्या हुआ तेरा वादा’? कांग्रेस के सभी नेता आम लोगों से कन्नी काट रहे हैं। क्योंकि वह लोग प्रदेश के लोगों से नज़रे नहीं मिला पा रहे हैं। आँखों में आँखें डालकर क़समें खा कर कांग्रेस के नेताओं ने प्रदेश के लोगों के साथ धोखा किया, इस तरह के धोखेबाज़ी की उम्मीद किसी को नहीं थी। क्योंकि हिमाचल में इस तरह के झाँसे की राजनीति कभी नहीं हुई। आज। सभी नेताओं के झूठी क़समों के वीडियो वायरल हो रहे हैं। वह देखकर अभी भी यक़ीन नहीं होता कि किस दर्जे का झूठ लोगों ने हिमाचल के लोगों से बोला गया था। ठगी का आलम यह था कि उन्होंने न महिलाओं को छोड़ न युवाओं को, न किसानों को, न बागवानों को। यहां तक बुजुर्गों को भी झाँसा देने से बाज नहीं आए। आज हिमकेयर से इलाज बंद है, बेसहारों को दी जा रही सहारा पेंशन बंद है। पुरानी भर्तियों के परिणाम नहीं जारी हो रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के नेता कहते थे कि पहली कैबिनेट में एक लाख सरकारी नौकरियां मेरी गारंटी है, लेकिन एक दिन में दो-दो कैबिनेट भी हुई, जिसमें नेताओं को कैबिनेट रैंक बांटे गये लेकिन एक भी नौकरी नहीं मिली। नौकरी के नाम पर कैबिनेट में एक काम हुआ प्रदेश में लाखों नौकरियां देने वाले हमीरपुर आयोग को ही भंग कर दिया। जो लोग कहीं न कहीं लगे थे उन्हें भी कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने आठ-आठ महीनें का वेतन दिए बिना ही निकाल दिया। इससे शर्मनाक बात कुछ नहीं हो सकती है। कोई नेत्री डेढ़ साल पहले कहती थी कि इसे लिख के ले लो, रिकॉर्ड कर लो अगर हम 18 साल से ज़्यादा उम्र की हर महिलाओं को 15 सौ रुपए नहीं दिए तो फिर हम वोट माँगने भी नहीं आएंगे। अब फिर आए है और वही झूठ का राग अलाप रहे हैं, लेकिन वह भूल गए कि अब उनके झूठ का पर्दाफ़ाश हो गया है, हाल ही में हुए आम विधानसभा चुनाव में ही कांग्रेस की गारंटियों को देश ने नकार दिया था। कांग्रेस याद रखे कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है। कांग्रेस के अब किसी वादे पर प्रदेश के लोग यक़ीन नहीं करने वाले हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऐसा पहली बार है जब मुख्यमंत्री इस तरह से सफ़ेद झूठ बोल रहे है जिसका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। वह अपने नेताओं के सामने मंच पर खुलेआम झूठ बोल रहे हैं कि हमने 1500 रुपए महिलाओं को दे दिया। अगर किन्नौर में बोलेंगे तो कहेंगे सिरमौर वालों को दे दिया और हमीरपुर में बोलेंगे तो कहेंगे कि लाहौल वालों को दे दिया हैं। मैं पूरे प्रदेश में गया, हज़ारों की सभा में लोगों से पूछा मुझे एक भी महिला नहीं मिली जिसने कहा हो कि मुझे सम्मान निधि मिल गई है। एक संवैधानिक पद पर बैठा आदमी इस तरह से झूठ बोल सकता है, इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता है। मुख्यमंत्री को झूठ बोल के सत्ता चलाने की आदत से बाज आना चाहिए। कांग्रेस के इसी झूठ की वजह से इस बार वह चालीस भी नहीं पार कर रहे हैं और अपने वादे को पूरा करने वाले नरेन्द्र मोदी को चार सौ से ज़्यादा सीटों साथ तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने जा रही है। इस मौक़े पर उनके साथ केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं सहकारिता मंत्री रामदास अठावले, लोकसभा प्रत्याशी कंगना रनौत, सरकाघाट विधायक दिलीप सिंह समेत स्थानीय नेता, पदाधिकारी एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे। उन्होंने कंगना को भारी से भारी मतों से जिताने का आग्रह किया।