Mahashivratri 2024: बड़ा देव हुरंग काली नारयण पद्धर और पशाकोट उरला पहुंचे
हाइलाइट्स
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देवी-देवताओं के वाद्य यंत्रों की ध्वनि से गुंजायमान हुआ पद्धर
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आठ मार्च को माधोराय दरबार में हाजिरी भरेंगे चौहारघाटी के सभी देवता
विशाल भोज
पद्धर(मंडी)। देवी देवताओं के वाद्य यंत्रों की सुर ध्वनि से पद्धर क्षेत्र एक बार फिर गुंजायमान हो गया है। मंडी जनपद के बड़ा देव हुरंग काली नारायण और बजीर देव पशाकोट अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महापर्व में भाग लेने के लिए रवाना हो गए हैं। चौहारघाटी के सभी देवता गुरुवार को टांडू में इकट्ठा होंगे, जहां भव्य देव मिलन होगा। शुक्रवार को मंडी में माधोराय दरबार मे हाजिरी भरेंगे। बड़ा देव हुरंग काली नारायण शनिवार देर शाम को क्षेत्र के आराध्य देव सियून गहरी मंदिर पहुंचे। जहां दोनों देवताओं का भव्य मिलन हुआ। रात्रि ठहराव के बाद बड़ा देव हुरंग नारायण रविवार को पधर पहुंचे। जहां चौहारघाटी के लोगों द्वारा सामुदायिक भवन में सामुहिक देव जातर का आयोजन किया गया। शाम को देवता समीप के कोठी गांव पहुंचे। रात्रि विश्राम कोठी गांव में हुआ। देव हुरंग नारायण सोमवार को नारला, मंगलवार को सीह, बुधवार पाली, गुरुवार को टांडू पहुंचेंगे। शुक्रवार को चौहारघाटी के सभी देवताओं के साथ हुरंग नारायण को मंडी में माधो राय दरबार में हाजिरी भरेंगे।शिवरात्रि पर्व के इस पड़ाव में देवता के साथ गुर वीर सिंह और पुजारी श्याम सिंह सहित सैकड़ों देवलू और कारदार मौजूद हैं।
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चौहारघाटी के बजीर नाम से विख्यात आराध्य देव पशाकोट रविवार को उरला पहुंचे। जहां वदन गांव में पवन कुमार द्वारा आयोजित देव जातर में शिरकत की। शाम को देवता उरला स्थित करालडी में अपने नव मंदिर में विराजमान हुए। जहां रात्रि विश्राम किया गया।
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देव पशाकोट सोमवार को मसवाहन, मंगलवार डलाह, बुधवार माणा और गुरुवार को टांडू। पहुंचेंगे। जहां बड़ा देव हुरंग नारायण के साथ दोनों देवताओं का मिलन होगा। तदोपरांत सभी देवी देवता मंडी रवाना होंगे। देव पशाकोट के साथ गुर राकेश, बुद्धि सिंह, पुजारी प्रकाश, वरिष्ठ दुम्मच ओम प्रकाश, दुम्मच वंशी लाल और अच्छर सिंह सहित सैकड़ों देवलू और कारदार मौजूद हैं।
माता जालपा का नागणी गांव में भव्य स्वागत
इलाका दुंधा की विख्यात शक्तिपीठ मां काली जालपा शनिवार देर शाम को चुक्कू पंचायत के नागणी गांव पहुंची। जहां स्थानीय निवासी हरि सिंह द्वारा माता से मांगी मन्नत पूरी होने पर रविवार को जातर उत्सव का आयोजन किया गया। माता का रात्रि विश्राम भी नागणी गांव में हुआ। सोमवार को माता जालपा गवाली पंचायत के रोपी गांव में अपने भक्त के घर शिरकत करेगी। जहां से शाम को अपने मूल मंदिर सरौणधार रवाना होंगी। माता जालपा अपने भक्तों के कष्ट दूर कर मनोकामना पूरी करती हैं। क्षेत्र के लोगों में माता के प्रति अपार आस्था है।