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 जोगेंद्रनगर में सैंकड़ों महिलाओं के रोजगार पर संकट

  • जायका प्रोजेक्ट में आत्मनिर्भर बनी महिलाओं के उत्पादों की बिक्री का बंद हो गया बाजा

राजेश शर्मा जोगेंद्रनगर


मंडी जिला के जोगेंद्रनगर में जायका प्रोेजेक्ट के तहत आत्मनिर्भर बन रही महिलाओं को अब उनके निर्मित उत्पादों की बिक्री के लिए वन विभाग के द्वारा चिन्हित बाजार अचानक बंद हो जाने से सैंकड़ों महिलाओं के रोजगार पर खतरे के बादल मंडरा गए हैं। वन मंडल जोगेंद्रनगर में दिसंबर माह में खोले गए आउटलेट के नियमित तौर पर संचालन न होने से महिलाओं के उत्पादों की बिक्री पर भी बुरा असर देखने को मिला है आकर्षक पैक में महिलाओं के उत्पादन उचित दामों में बिके इसलिए जायका प्रोजेक्ट ने जोगेंद्रनगर वन विभाग के कार्यालय के समीप एक आकर्षक शोरूम खोला थाजिसके सप्ताह के कई दिन बंद रहने से महिलाओं के द्वारा निर्मित उत्पादों के अच्छे दाम भी नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं रोजगार की राह देख रही अन्य महिलाओं को भी जोरदार झटका लगा है।

 गौरतलब है कि वन मंडल जोगेंद्रनगर के अधीन आने वाले वन परिक्षेत्र जोगेंद्रनगर, लडभड़ोल, उरला, धर्मपूर, कमलाह व टिक्कन में जायका प्रोजेक्ट के तहत करीब आठ सौ महिलाओं को रोजगार मिला हैजो जायका प्रोजेक्ट के तहत कटिंग टेलरिंग, नैटिंग के अलावा मशरूम, हल्दी के अलावा ऐसे पारंपरिक उत्पादों का निर्माण कर अजिविका कमा रही हैआचार, मशरूम उत्पादन के साथ टोर के पतलों से भी महिलाएं आर्थिक तौर पर मजबूत हो रही हैं वहीं घर की साज सजावट और आकर्षक परिधान तैयार कर भी अजिविका कमा रही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हाल ही में मंडी के जोगेंद्रनगर में खोले गए आउटलेट पर हजारों का खर्चा भी जायका प्रोजेक्ट के तहत किया गया था जिसके सही ढंग से संचालन न होने से अब महिलाओं के उत्पाद बिक्री के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं। इससे ग्राहकों में भी निराशा है बता दें कि जोगेंद्रनगर में 2018 से 23 तक 66 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जायका प्रोजेक्ट के तहत बजट का प्रावधान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए जायका प्रोजेक्ट की कई योजनाएं लागू है।

स्वरोजगार के लिए जायका प्रोजेक्ट से 75 प्रतिशत का मिल रहा है अनुदान


वनमंडलाधिकारी जोगेंद्रनगर कमल भारती ने बताया कि जायका प्रोजेक्ट के तहत स्वरोजगार के विभिन्न आयामों में 75  प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। इसमें 20 लाख रूपये तक की धनराशी खर्च की जा सकती है पुरूषों को व्यवसाय के लिए समूह के माध्यम से 50 प्रतिशत और महिलाओं को 75 प्रतिशत अनुदान जायका प्रोजेक्ट के तहत मिल रहा है ग्रामीण क्षेत्रों में लघु उद्योगों को विकसित कर महिलाएं व पुरूष रोजगार की राह में मजबूत हो रहे हैंपौधारोपण अभियान में भी जायका प्रोजेक्ट के तहत महिला व पुरूषों की सहभागिता तय की गई है। बताया कि जोगेंद्रनगर में जायका प्रोजेक्ट के तहत खोले गए आउटलेट के नियमित संचालन के लिए सेल्समैन की कमी भी बाधा बनी है। बताया कि महिलाओं के उत्पादों की बिक्री विभिन्न प्रदर्शनियों में भी सज रही है। वन विभाग

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