जयश्री राम से गूंजे प्रदेश के शक्तिपीठ
हाइलाइट्स
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चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी का पावन पर्व श्रद्धा और आस्था से मनाया
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भगवान राम और मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की
- मंदिरों में दर्शनों को लेकर श्रद्धालुओं की खूब भीड़ उमड़ी
पोस्ट हिमाचल न्यूज ऐंजसी
शिमला। प्रदेश भर के शक्तिपीठों में प्रभु श्री राम के जन्मोत्सव की धूम रही। चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी का पावन पर्व श्रद्धा और आस्था से मनाया गया। बता दें कि रामनवमी के दिन ही चैत्र नवरात्रों का भी समापन होता है। इसलिए इस दिन भगवान राम और मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। राजधानी शिमला स्थित राम मंदिर में आज सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।पूजा अर्चना और भजन कीर्तन के साथ ही आज रामचरितमानस का पाठ भी संपन्न हुआ। सूद सभा शिमला के अध्यक्ष राजीव सूद ने बताया कि हर वर्ष हर वर्ष राम मंदिर में रामनवमी पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। राम कथा का आयोजन किया गया। इस दौरान शोभा यात्रा निकाली गई। आज राम जी का जन्म हुआ है। इस दौरान भंडारे का आयोजन किया गया है। श्रद्धालु आज के इस पावन दिन को भव्य तरीके से मना रहे हैं।
मां शूलिनी के दरबार में सजा मेला
सोलन। जिला सोलन में राम नवमी के अवसर पर मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ी। मां के अंतिम स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की। सोलन जिला के प्रसिद्ध खुरभी माता मंदिर सहित माता शूलिनी के मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त मां के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान मंदिरों में भजन कीर्तन से माहौल पूरी तरह से भक्तिमय बना रहा। कंजक पूजन भी इस अवसर पर किया गया।
प्रभु श्रीराम की प्रतिमा के आगे शीश नवाजा
चैत्र नवरात्रे की रामनवमी पर मंडी जिला के जोगेंद्रनगर के मंदिरों में दर्शनों को लेकर श्रद्धालुओं की खूब भीड़ उमड़ी। घर-घर कन्या पूजन भी हुआ। शहर के सनातन धर्मसभा मंदिर में भक्तों ने कतारों में लगाकर प्रभु श्रीराम की प्रतिमा के आगे शीश नवाजा। लदरूहीं स्थित राम मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इस दौरान पीले वस्त्र में सजे प्रभु श्रीराम, माता सीता, लक्षमण के आगे रामभक्तों ने परिवार की सुख समृद्धि का आशीर्वाद भी मांगा। बुधवार को रामनवमी पर जोगेंद्रनगर शहर के शानन स्थित दो मंदिरों में भंडारे का भी आयोजन किया गया था। बसाही स्थित चतुर्भुजा मंदिर में भी मां दुर्गा के आगे शीश नवाज कर लोगों ने मन्नते मांगी। लडभड़ोल क्षेत्र के प्राचीन मंदिर मां सिमसा में भी दर्शनों को लेकर भक्तों की भीड़ सुबह 6 बजे से उमड़ी रही। इसके अलावा मां बंडेरी, स्यूरी और आशापूरी मंदिर में भी रामनवमी के उपलक्ष्य पर कन्या पूजन के अलावा भजन कीर्तन किया गया। शहरी क्षेत्र के गीता भवन में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान महायज्ञ का समापन हवन में पूर्णाहुति के बाद हुआ। इस दौरान आयोजक समिति के द्वारा लगाए गए भंडारे में सैंकड़ों ने प्रसाद ग्रहण किया। कथा वाचक स्वयंमानंद गिरी जी महाराज ने राम नवमी की बधाई श्रद्धालुओं को दी। पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर ने भी गीता भवन पहुंचकर शीश नवाजा और सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के सफल आयोजन पर आयोजक समिति के सदस्य ओम मरवाह, पारस समेत सनातन धर्मसभा मंदिर कमेटी के सभी सदस्यों को बधाई दी।