Totu News: शमशानघाट परिसर में स्थापित होगी महाकाल की भव्य मूर्ति
हाइलाइट्स
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धर्मार्थ एवं शमशानघाट विकास सभा की बैठक, रखा गया आय व्यय का ब्यौरा
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मूर्ति स्थापित करने के लिए लिया जाएगा जन सहयोग भी
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। राजधानी शिमला के उपनगर टुटू व मज्याठ वार्ड स्थित टूट शमशान घाट में महाकाल यानी भगवान शिव की भव्य मूर्ति की स्थापना की जाएगी। ये निणर्य रविवार को टुटू में आयोजित हुई धर्मार्थ एवं शमशानघाट विकास सभा की आम बैठक में लिया गया। सभा की बैठक प्रधान बी.एन सावल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस दौरान ं सभा के महासचिव उत्तम कश्यप ने शमशानघाट परिसर में किए गए विकास कार्यों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि शमशानघाट में गत तीन वर्षों पुरानी दो वर्षा शालिकाओं के ऊपर एक अतिरिक्त टीन की छत वाली वर्षा शालिका, लोहे की सीडिय़ां, शौचालय युक्त बैठक हाल, बाहरी सुरक्षा दीवार, महाकाल की प्रस्तावित मूर्ति स्थापना स्थल के लिए लोहे की सीडियां और रैम्प और शवदाह के लिए अतिरिक्त लोहे के जाली का निर्माण किया गया है। बैठक में टुटू की पार्षद मोनिक भारद्वाज, पूर्व पाषर्द पार्षद दिवाकर देव शर्मा व विवेक शर्मा सहित गोपाल जोशी, अवतार सिंह, रमेश नेगी, प्रिंस भारद्वाज, पुनीत शांडिल, सुरेंद्र बाठला, दिनेश, वीरेंद्र, गौरव गुप्ता, चेतन, गगनदीप, दीपक,विकास, मेहर सिंह नेगी, मोहन सूद, जगदीश चंद, रोहित शर्मा,बाला, बबिता चावला, मीना चौहान और मोहन सूद मौजूद रहे।
3 सालों में 18 लाख विकास कार्यों व शवों के जलाने पर खर्च
उतम सिंह कश्यप ने बताया कि गत तीन वर्षों में 18 लाख का व्यय शमशानघाट परिसर के विकास कार्यों और शवों के जलाने के राज्य वन निगम से लकड़ी खरीदने पर व्यय किए गए । उन्होंने बताया कि शमशानघाट परिसर में महाकाल की भव्य मूर्ति स्थापित की जा रही है। इसके लिए स्थानीय जनसधारण का सहयोग भी लिया जाएगा और दान राशि देने के लिए अनुरोध किया जाएगा।
महाकाल की मूर्ति के लिए आरपी खजूरिया ने दी 51 हजार की राशि दान
बैठक में दौरान शमशानघाट में महाकाल की मूर्ति स्थापना के लिए टुटू निवासी आर.पी खजूरिया ने मौके पर ही 51 हजार रुपए की राशि महाकाल की मूर्ति स्थापित करने के लिए दान दी। इससे पूर्व भी उन्होंने बेसहारा और गरीब मृतकों के शवों को जलाने के लिए एक लाख रुपए का दान दिया था। बैठक में ये भी निणर्य लिया गया कि शमशानघाट परिसर के विकास के लिए धनराशि स्वीकृत करवाने के लिए सभा के पदाधिकारी सरकार और स्थानीय विधायक एवं मत्री से अनुरोध करेंगे ।