राज्यसभा चुनाव : सिंघवी या महाजन, फैसला कल, चुनावों से पहले व्हिप पर घमासान
हाइलाइट्स
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विपक्ष ने कांग्रेस सरकार के व्हिप पर उठाए सवाल
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग को सौंपी शिकायत
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कहा, क्रॉस वोटिंग के डर से सीएम विधायकों पर डाल रहे दवाब
शिमला/सोलन। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा सांसद चुनाव कल होने जा रहा हैं। कांग्रेस अभिषेक मनु सिंघवी का अभिषेक करेगी या खेला कर भाजपा हर्ष महाजन को राज्यसभा सांसद बनाएगी, इसे लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। चुनावी चौसर में जीत के पैतरें के लिए कांग्रेस-भाजपा एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं।
कांग्रेस सरकार ने चुनावों से ठीक एक दिन पहले व्हिप जारी कर दिया है। वहीं, इस पर सवालिया निशान खड़े करते हुए इसे गैर कानूनी बताया है। बीजेपी के राज्य सभा प्रत्याशी हर्ष महाजन और प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग को कांग्रेस द्वारा व्हिप जारी करने को गैर क़ानूनी बताते हुए शिकायत की।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि क्रॉस वोटिंग के डर से मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू विधायकों पर व्हिप के जरिए दबाव डाल रहे हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था में राज्यसभा सांसद की वोटिंग को लेकर ‘व्हिप’ जारी नहीं किया जा सकता था। फिर भी मुख्य सचेतक हर्ष वर्धन चौहान ने इसे जारी किया है और विधायकों को निर्देश दिए कि वह पार्टी के अधिकृत एजेंट को दिखाकर ही वोट देंगे। उधर, शाम की बैठक के के अलावा सुक्खू ने कल चुनावों से पहले सभी विधायक अपने सरकारी आवास ओक ओवर में ब्रेक-फास्ट पर बुलाया है। यहां भी सभी विधायकों को एकजुट होकर अभिषेक मनु सिंघवी को जिताने की अपील की जाएगी, क्योंकि पार्टी हाईकमान ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है।
सुक्खू की इस बिसात से मचा बवाल
कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग और कुछ विधायकों के गैर हाजिर रहने का डर है, क्योंकि कुछ विधायक अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे हैं। यही कारण है कि भाजपा ने महाजन को चुनावी रण में उतारा है।
इस दाव पर सीएम सुक्खू ने एक और दाव चला है। उन्होंने राज्यसभा सांसद चुनाव को लेकर आज शाम को कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग बुलाई गई है। इसमें सभी विधायकों को पार्टी हाईकमान द्वारा घोषित अधिकृत प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी को वोट डालने के निर्देश दिए जाएंगे।
व्हिप जारी : बगावती तेवर के बीच मुख्य सचेतक हर्षवर्धन चौहान ने सभी कांग्रेस एमएलए करे हिप जारी किया है। इस पर बाकायदा सभी के साइन लिए जा रहे हैं। इसमें सभी विधायकों को 27 फरवरी को मतदान प्रक्रिया में उपस्थिति सुनिश्चित बनाने और पार्टी के प्राधिकृत पोलिंग एजेंट को दिखाने के बाद वोट मतपेटी में डालने के निर्देश दिए गए हैं।
इसे कहते हैं व्हिप
व्हिप को सचेतक द्वारा जारी किया जाता है। सचेतक राजनीतिक दल का पदाधिकारी होता है, जिसका कार्य विधायिका में पार्टी अनुशासन सुनिश्चित करना होता है। इसका मतलब यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी के सदस्य अपनी व्यक्तिगत विचारधारा भूलकर पार्टी के हिसाब से मतदान करें। जो सदस्य पार्टी की नीति के विरुद्ध मतदान करते हैं, उन्हें ‘व्हिप खोना’ पड़ सकता है। पार्टी से उन्हें निष्कासित किया जा सकता है।
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पोलिंग एजेंट
सरकार ने इंडस्ट्री मिनिस्टर हर्षवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और CPS संजय अवस्थी को पार्टी का अधिकृत पोलिंग एजेंट बनाया है।
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BJP के 25 विधायक
68 विधायकों वाली हिमाचल विधानसभा में भाजपा के पास 25 ही विधायक हैं। वहीं, कांग्रेस के पास 40 और तीन निर्दलीय विधायक हैं। फिर भी भाजपा ने राज्यसभा सांसद चुनाव को प्रत्याशी उतारा है। इस वजह से वोटिंग होनी है।
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शाम को निकलेंगे परिणाम
हिमाचल विधानसभा में कल राज्यसभा सांसद के लिए वोटिंग होगी। कल ही मतों की गणना और शाम को रिजल्ट आएंगे। मौजूदा सांसद जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल अप्रैल 2024 में पूरा हो रहा है। इनके स्थान पर सिंघवी या महाजन में से कोई एक राज्यसभा जाएगा।
Content: पोस्ट हिमाचल