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विशेष खबर : अब कुल्लू के सेब को रसीला बनाएगी विदेशी मधुमक्खी

 

हाइलाइट्स

  • हरियाणा से आएंगी मेलीफेरा मधुमक्खी, बागवानों ने दिए ऑर्डर
  • परागण प्रक्रिया के लिए सहायक होती है मधुमक्खी, फलों की सेटिंग भी बेहतर

फरेंद्र ठाकुर


कुल्लू। अब कुल्लू जिले के सेब को विदेशी मधुमक्खी रसीला बनाएगी। जिससे फल भी खाने के अत्याधिक स्वादिष्ट होगा। बागवानों को फसल के भी उम्दा दाम मिलेंगे। यूरोपियन मेलीफेरा मधुमक्खी बागवानों को उपलब्‍ध करवाई जाएगी। अगले सप्‍ताह यह मधुमक्‍खी बागवानों के पास पहुंच जाएगी।  बता दें कि कुल्लू जिले में मार्च का तीसरा सप्ताह शुरू होते ही तापमान चढ़ने लगा है। प्लम के पौधों में इन दिनों फ्लावरिंग का दौर चला हुआ है। इसके साथ ही अप्रैल महीने में सेब के पौधों में फ्लावरिंग शुरू हो जाएगी। सेब के पौधों में बेहतर सेटिंग हो, इसके लिए बागवानों के द्वारा अपने बगीचों में मधुमक्खियों के बॉक्स रखेंगे ।

 

मधुमक्खी पालन से जुड़ी संस्थाओं के पास सूबे के बागवानाें ने अभी से आर्डर दे दिए हैं। हालांकि कुल्लू में बी (मधुमक्खी) फार्म चलाने वाले अभी तक ठंड होने के कारण मधुमक्खी के बॉक्स बगीचों में नहीं उतार पाए हैं। वहीं, दूसरी बाहरी राज्यों से अभी तक मधुमक्खियां कुल्लू नहीं पहुंच पाई है। जैसे-जैसे पारा चढ़ेगा, पॉलीनेशन के लिए बगीचों में मधुमक्खियां नजर आएंगी। बगीचों में यह मेलीफेरा, सिराना (लोकल मधुमक्खी) प्रजाति की मधुमक्खी परागण का काम करेंगी। बता दें कि मधुमक्खी परागण प्रक्रिया के लिए सहायक होती हैं, इससे फलों की सेटिंग बेहतर होती है। हालांकि कुल्लू में हरियाणा से मेलीफेरा मधुमक्खी को लाया जाएगा। अगले सप्ताह तक बाहरी राज्य हरियाणा से मधुमक्खियां कुल्लू में पहुंच जाएंगी। कई बागवानों ने मधुमक्खियों के लिए मधुमक्खी पालकों से संपर्क किया हुआ है, उन्हें यह प्रदान की जाएंगी।

 

फूलों पर किसी तरह के कीटनाशक का छिड़काव न करें। कीटनाशक से परागण प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाने वाले कीट मधुमक्खी आदि मर जाते हैं। इससे फसल की सेटिंग प्रभावित होती है। मधुमक्खियों का परागण में काफी अहम रोल रहता है।

डॉ. भूपेंद्र ठाकुर सहायक निदेशक क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र बजौरा

प्लम के बगीचों में मधुमक्खियों के लिए ऑर्डर मिले हैं। लेकिन अभी तक हरियाणा से मधुमक्खियां नहीं पहुंची है। दो-चार दिनों में मधुमक्खियों आने के बाद इन्हें ऑर्डर के हिसाब से बागवानों को दिया जाएगा।

वीर चंद ठाकुर सचिव दी देव नारायण मधुमक्खी पालन को ऑपरेटिव सोसायटी

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