Local NewsNATIONALPOLITICS

Politics: कांग्रेस के बागी भाजपा की नाव में सवार होकर तय करेंगे आगे का राजनैतिक सफर!

हाइलाइट्स
  • भाजपा में शामिल होने के बाद ही उपचुनावों के चेहरे होंगे तय
  • कांगड़ा से सुधीर शर्मा पर दांव खेली सकती है भाजपा
  • मंडी पर फंसा है पेच,  भाजपा की बढ़ रही है उलझन

पोस्‍ट हिमाचल न्‍यूज एजेंसी


शिमला। हिमाचल कांग्रेस के कुछ विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट से बागियों को फौरी राहत न मिलने के बाद इनके भाजपा में शामिल होने की कयास लगाए जा रहे हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी इन्हें उप-चुनाव में उतारने पर विचार करेगी। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा में शामिल होने के बाद सुधीर शर्मा कांगड़ा संसदीय सीट से भाजपा के उम्मीदवार हो सकते हैं। भाजपा के समक्ष कुटलैहड़ के कांग्रेस बागी देवेंद्र भुट्टो व लाहौल स्पीति के रवि ठाकुर को टिकट देने की दिक्कत है। बताया जा रहा है कि पार्टी इन दोनों नेताओं को कहीं समायोजन बारे विचार कर रही है।


  • उधर, लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की तरफ से 2 टिकटों को जल्द फाइनल किए जाने की संभावना है। इसी कारण भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल फिलहाल दिल्ली में रुके हैं। इसके अलावा कुछ बागियों को भी टिकट देने पर विचार किया जा रहा है। ऐसे में पार्टी में तालमेल बिठाने के लिए 2 पूर्व मंत्रियों वीरेंद्र कंवर एवं डा. रामलाल मारकंडा के दिल्ली जाने की सूचना है।
  • 6 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होते हैं तो कुछ सीटों पर बागी भी चुनाव लड़ेंगे तथा जिनको टिकट नहीं मिलेगा उनको अन्य जगह एडजस्ट किया जाएगा। मौजूदा समय में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर के अलावा सुधीर शर्मा एवं राजीव भारद्वाज का नाम चल रहा है। 
  • मंडी संसदीय क्षेत्र से प्रदेश महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, बिग्रेडियर खुशाल ठाकुर और अजय राणा और अजय जम्वाल का नाम सुर्खियों में आया है। हालांकि मंडी संसदीय क्षेत्र से नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ही पार्टी की पहली पसंद है लेकिन प्रदेश के मौजूदा सियासी हालात को देखते हुए उनको टिकट दिए जाने पर व्यापक विचार-विमर्श किया जा रहा है।

 

भाजपा में आक्रोश न हो इसका किया जा रहा प्रयास


कांग्रेस के 6 बागियों को भाजपा में शामिल करने से पहले संगठनात्मक स्तर पर व्यापक चर्चा की जा रही है। इसके तहत इस बात को देखा जा रहा है कि भाजपा के भीतर आक्रोश न हो। ऐसे में भाजपा पहले से ही डैमेज कंट्रोल करके टिकट आबंटन सहित अन्य मामलों में आगे बढ़ना चाहती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *