खाली पदों को खत्म करने पर घमासान, सुक्खू बोले- कोई औचित्य नहीं रह गया
Himachal government vacant positions: हिमाचल प्रदेश में 2 साल से खाली पड़े पदों को समाप्त करने के फरमान सुक्खू सरकार ने शुक्रवार देर शाम निकाले। जिसके बाद घमासान छिड़ गया है। फाइनेंस सेक्रेटरी के आदेशों के बाद कांग्रेस सरकार की सोशल मीडिया में बुरी तरह किरकिरी हुई है। इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया के सामने आकर सफाई देनी पड़ी। उन्होंने कहा कि ऐसे पद खत्म किए जा रहे हैं, जिनकी आज कोई जरूरत नहीं है।
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, कांग्रेस सरकार बिना सोचे-समझे फैसले ले रही है। इसकी वजह से हास्यास्पद स्थिति बनी हुई है। सरकार पहले नोटिफिकेशन करती है, फिर उसे विड्रा करती है। यह दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति है।
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस संंबंध में सफाई देते हुए कहा कि ऐसे पद, जिनका वर्तमान में कोई औचित्य नहीं रह गया है, उन्हें समाप्त किया जा रहा है। इसके साथ ही वित्त विभाग ने सरकारी विभागों से उन पदों की जानकारी मांगी है, जिनकी वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार जरूरत है और जो भविष्य में भरे जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि सरकार ने अगले वित्त वर्ष के बजट की तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिसमें आवश्यकतानुसार पद सृजन किया जाएगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि टाइपराइटर की जगह अब कंप्यूटर आधारित काम होने के कारण टाइपिस्ट पदों को लिपिक और जेओए आईटी पदों में तब्दील किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सामान्य प्रक्रिया है और 2012 में धूमल सरकार में भी ऐसा ही पत्र निकला था। उन्होंने वर्तमान सरकार की ओर से 19103 पदों को भरने की प्रक्रिया पर भी प्रकाश डाला, जिसमें शिक्षा विभाग में 5861, स्वास्थ्य, जल शक्ति, लोक निर्माण, राजस्व, वन, और पुलिस विभागों में भी हजारों पदों को भरने का कार्य जारी है।