द्वंद्व तेज: पहले भेड़ तो अब बागी विधायकों को डड्डू कह गए सीएम सुक्खू
हाइलाइट्स
-
चंबा और कांगड़ा में बागियों और भाजपा पर जमकर बरसे सुक्खू
-
जयराम बोले हर मंच से अपने ही विधायकों को कोसना मुख्यमंत्री की बौखलाहट
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला/चंबा/कांगड़ा। लोकसभा चुनावों से पहले सियासी अखाड़े में भाजपा और कांग्रेस के बीच द्वंद्व तेज है। अपने अपने पैंतरे चलकर दोनों दिग्गज पार्टियां एक दूसरे को चित्त करने में लगी हैं। मुख्यमंत्री ने कांगड़ा और चंबा में जनसभाएं आयोजित कर बागियों और विपक्ष पर जमकर हमला बोला। कुछ दिन पहले सीएम ने बागियों को भेड़ और सियासी पारा और चढ़ा दिया। अब चंबा में सुक्खू ने बागियों को डड्डू कहा। वहीं, बागी कांग्रेस विधायक चैतन्य शर्मा के पिता को हाइकोर्ट से सशर्त जमानत की राहत मिली है। उनपर बालूगंज थाना में कांग्रेस ने विधायकों के खरीद फरोख्त के संगीन आरोप लगाए हैं।
पहले भेड़ तो अब सीएम ने बागियों को डड्डू कहा
चंबा चौगान में बागियों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कुएं के कुछ मेंढक उछलकर एक से दूसरी जगह जा रहे हैं। वह सच्चे जनसेवक नहीं हो सकते हैं। कहा कि डड्डू (मेंढक) महज उछलते हैं। लोकसभा चुनावों में जनता से छल करने वाले ऐसे लोगों को देवभूमि हिमाचल की जनता सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता खरीद-फरोख्त करने और सत्ता हथियाने की राजनीति कदापि सहन नहीं करेगी। राज्यसभा सांसद के चुनाव में भाजपा नेताओं ने चुनाव जीतने के लिए लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश की। वहीं, फतेहपुर में जनसभा में उमड़ी भीड़ देखकर मुख्यमंत्री गदगद नजर आए। यहां उन्होंने स्थानीय विधायक भवानी सिंह पठानिया की खुलकर तारीफ की, वहीं उन्होंने कांग्रेस के बागियों पर हमला किया। उधर, नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हर मंच से अपने ही विधायकों को कोसना मुख्यमंत्री की बौखलाहट दर्शाता है।
हर मंच से अपने ही विधायकों को कोसना मुख्यमंत्री की बौखलाहट : जयराम ठाकुर
शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हर मंच से अपनी ही पार्टी के विधायकों को कोस रहे हैं। इससे उनकी बौखलाहट साफ़ ज़ाहिर होती है। उन्होंने कहा कि झूठी गारंटी के दम पर हिमाचल प्रदेश की सत्ता में आए मुख्यमंत्री जनता के सवालों का सामना नहीं करपा रहे हैं। इसीलिए इधर-उधर की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो भी कहा वह करके दिखाया। यही कारण है कि आज हर देशवासी उन पर आंख मूंद कर भरोसा करता है।
बागी कांग्रेस विधायक चैतन्य शर्मा के पिता को हाइकोर्ट से राहत
हिमाचल में सरकार गिराने की साजिश रचने के आरोप में हमीरपुर से निर्दलीय एमलए आशीष शर्मा और बागी कांग्रेस विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा को मंगलवार को हाईकोर्ट से सशर्त अग्रिम जमानत मिल गई है। कोर्ट ने आशीष शर्मा और राकेश शर्मा को 15 मार्च को बालूगंज थाना में हाजिर होने के आदेश दिए हैं। बता दें कि कांग्रेस विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने इन दोनों के खिलाफ सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने, विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया है। इसे लेकर शिमला के बालूगंज थाना में बागी कांग्रेस विधायक चैतन्य शर्मा के पिता की गई।
सीपीएस मामले में 2 अप्रैल को होगी सुनवाई
हिमाचल हाईकोर्ट में मंगलवार को मुख्य संसदीय सचिव मामले में सुनवाई हुई। इसमें याचिकाकर्ता पक्ष और सरकार की ओर से एडवोकेट में लगभग ढाई घंटे बहस चली। अब यह मामला 2 अप्रैल को फिर सुना जाएगा। पिछली सुनवाई में कोर्ट सीपीएस द्वारा मंत्रियों जैसी शक्तियों का उपयोग न करने के अंतरिम आदेश दे चुका है।
अयोग्य कांग्रेस विधायकों की सुनवाई 18 मार्च
सुप्रीम कोर्ट में अयोग्य घोषित कांग्रेस के छह विधायकों की सुनवाई 18 मार्च को होगी। जस्टिस संजीव खन्ना, दीपांकर दत्ता और पीके मिश्रा की बेंच में मामले की सुनवाई मंगलवार को हुई। तीन सदस्यीय बेंच ने पूछा कि अयोग्य घोषित विधायक हाईकोर्ट क्यों नहीं गए? हालात विधायकों ने उत्पन्न किए, तभी उन्हें अयोग्य घोषित किया गया।