आफत की बारिश: हिमाचल में एक की मौत, सड़कें बंद, वाहन दबे, पावंटा के स्कूलों में छुट्टी
Shimla/Sirmour: हिमाचल प्रदेश में के कई जिलों में बारिश जारी है। खासकर सिरमौर जिला में बारिश का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। बीती रात भारी बारिश से खूब तबाही हुई। पांवटा साहिब के हटवाल में घराट में 70 वर्षीय रंगीलाल की दबने से मौत हो गई है। गिरीपार क्षेत्र में बने जतोण डैम के गेट रात में खोलने से आंज-भोज क्षेत्र में भारी तबाही हुई है। क्षेत्र की 11 पंचायतों को जोड़ने वाला पुल इससे क्षतिग्रस्त हो गया। जोरदार बारिश से मैदानी इलाकों जलभराव की समस्या से आम जनमानस का जनजीवन अस्तित्व में पड़ गया है।भारी बारिश और सड़कों को हुए नुकसान को देखते हुए SDM पांवटा साहिब गुंजित चीमा ने डिवीजन के सभी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी कर दी है।
बता दें कि मानसून की विदाई से पहले हुई भारी बारिश ने क्षेत्र में अन्य सड़कों व किसानों को फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। पांवटा साहिब में कई गाड़ियां भी नाले के तेज बहाव में बहने की सूचना है। पांवटा साहिब में कई सड़कें लैंडस्लाइड के कारण बंद हो गई है। वहीं शिमला और सोलन के भी कई इलाकों में सुबह 10 बजे तक भारी बारिश हुई। चंबा में भी रात भर रूक रूक कर बारिश होती रही। हालांकि दोपहर सुबह दस बजे के बाद मौसम ठहर गया है। प्रदेशभर में इससे 80 से ज्यादा सड़कें और 400 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफॉर्मर बंद हो गए है। मौसम विभाग ने अगले कल के लिए भी पांच जिलों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। परसो से मौसम साफ होने का अनुमान है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने ताजा बुलेटिन जारी कर दोपहर 12 बजे तक 7 जिले कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर, मंडी, बिलासपुर, शिमला, सोलन व सिरमौर जिले में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
इन जिलों के निचले इलाकों में फ्लैश फ्लड का भी अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश के बाद जलभराव जैसे हालत बन सकते है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने को कहा गया है।
सतौन में बन रही कृत्रिम झील
भारी बारिश के चलते सतौन में एंगल स्टेशन के पास कृत्रिम झील बन रही है। झील में पानी का जलस्तर बढ़ने से एससी बस्ती को खतरा बन सकता है। पानी की निकासी नहीं होने के कारण सतौन क्षेत्र सहित एनएच का पानी भी इसी जगह एकत्रित हो रहा है। यदि झील टूटने से पानी बाहर निकलता है तो एससी बस्ती को खतरा बन सकता है। आज तक पानी की निकासी को कोई योजना नहीं बन पाई। वहीं राजधानी शिमला में सुबह से मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शहर की सड़कें पानी से लबालब हो गईं। बरसाती नाले उफान पर आ गए। कई जगह भूस्खलन भी हुआ। नाले में आई बाढ़ से टाॅलैंड के पास मलबे में एक गाड़ी दब गई।
सड़क पर जमा मलबे में फंसी बस
एनएच-3 पर निर्माण कार्य के चलते आवाहदेवी- दिल्ली, जम्मू कटड़ा एचआरटीसी बस बांरी पंचायत के चाहड़ मोड़ के पास मलबे में फंस गई। हमीरपुर जिले में देर रात भारी बारिश के चलते यहां पर सड़क में जलभराव हुआ था। वहीं एचआरटीसी डिपो हमीरपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक राजकुमार पाठक का कहना है कि बस को निकाल लिया गया है। किसी भी यात्री को कोई चोट नहीं लगी है।