राज्यपाल की सख्त चेतावनी: हिमाचल को ऐशगाह न बनाएं
Shimla: शिमला के संजौली मस्जिद विवाद के बाद हिमाचल प्रदेश में गरमाए सियासी माहौल के बीच राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा है कि हिमाचल की पवित्रता हिमाचलियों से है और बाहर से आने वाले इसे ऐशगाह न बनाए। मैं बार-बार कह रहा हूं, हिमाचल हिमाचलियों का है, इस पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल की पवित्रता बनी रहनी चाहिए। राज्यपाल ने यह भी कहा कि एक तिथि पर बनने वाले आधार कार्ड की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि हिमाचल में जो नशा बढ़ा है, उसके ऊपर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रहा है। राज्यपाल आज शिमला के कुफरी में प्रादेशिक सेना के प्लेटिनम जयंती समारोह के दौरान पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे।
संजौली मस्जिद विवाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सामने आया था। इसके बाद यह मामला विधानसभा में गूंजा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसकी गंभीरता को देखते हुए मानसून सत्र के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता वाली समिति बनाई गई, जिसमें सत्तारुढ़ दल की तरफ से मंत्री अनिरुद्ध सिंह व विक्रमादित्य सिंह के अलावा विधायक हरीश जनारथा को शामिल किया गया। इसके अलावा भाजपा की तरफ से विधायक अनिल शर्मा, सतपाल सिंह सत्ती एवं रणधीर शर्मा को शामिल किया गया है। यह समिति स्ट्रीट वैंडर्स पॉलिसी को लेकर अपनी सिफारिशें देगी, जिसमें प्रदेश में बाहर से कारोबार के उद्देश्य से आने वाले लोगों की वैरिफिकेशन करने एवं कारोबार करने को लेकर मापदंड निर्धारित किए जाएंगे।