सियासी भूचाल: हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन टूटा
हाइलाइट्स
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सीएम सहित पूरी कैबिनेट ने दिया इस्तीफा, अगले सीएम को लेकर चर्चाएंं तेज
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डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने अपनी सरकारी गाड़ियों का काफिला और स्टॉफ लौटाया
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
चंडीगढ़/शिमला। हरियाणा की राजनीति में बड़े सियासी भूकंप से भाजपा और जजपा गठबंधन टूट गया है। सीएम मनोहर लाल सहित पूरी कैबिनेट सामूहिक रूप से अपना इस्तीफा दे दिया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी नई दिल्ली से ही अपनी सरकारी गाड़ियों का काफिला और स्टॉफ लौटा दिया है। यह बड़ा सियासी घटनाक्रम सोमवार को गुरुग्राम में पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद हुआ है। शाम से ही चंडीगढ़ में राजनीतिक हलचल तेज थी। यह गठबंधन वाली सरकार अक्तूबर-2019 से ही चल रही है।
सोमवार को दिल्ली पहुंचते ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंत्रियों के साथ अनौपचारिक बैठक की। उन्होंने मंत्रियों के साथ वन-टू-वन मीटिंग भी की। बिजली व जेल मंत्री चौ. रणजीत सिंह के साथ भी मुख्यमंत्री ने अलग से मुलाकात करके गठबंधन और राजनीतिक हालातों को लेकर चर्चा की। इसके बाद भाजपा के अलावा सरकार को समर्थन दे रहे छह निर्दलीय विधायकों को भी आपातकाल में चंडीगढ़ बुलाया गया। सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री ने हरियाणा निवास में मंत्रियों के साथ बैठक की। ऐसी चर्चा है कि इस बैठक में भाजपा और जजपा गठबंधन के बीच लोकसभा चुनावों में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत नहीं बनी। उधर इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बाद सीएम कोन बनेगा, यह चर्चाएं भी तेज हैं।
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तो लोकसभा में सीट शेयरिंग को लेकर टूटा गठबंधन
जजपा लोकसभा चुनाव में हरियाणा में 1 से 2 सीटें मांग रही थी जबकि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व और राज्य संगठन सभी 10 सीटों पर खुद लड़ने के पक्ष में है। यही गठबंधन टूटने की वजह बनी। जजपा के राष्ट्रीय महासचिव और हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला सोमवार को दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले थे लेकिन सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनी। दुष्यंत ने दिल्ली में अमित शाह से दोबारा मिलने का समय मांगा है।
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गठबंधन टूटा, पर भाजपा के पास बहुमत
हरियाणा में जजपा से गठबंधन टूटा लेकिन बहुमत भाजपा के ही पास है। हरियाणा में 90 विधानसभा सीटें हैं। जिसमें से भाजपा के पास खुद के 41 एमएलए हैं। 6 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक का भी उसे समर्थन हासिल है यानी भाजपा के पास 48 विधायक हैं। बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए।
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क्यास
कुछ लोगों का तर्क था कि मनोहर लाल मुख्यमंत्री बने रहेंगे और पूरी कैबिनेट को बदला जाएगा। वहीं कुछ का कहना है कि गुजरात पैटर्न में हरियाणा में बदलाव किया जा रहा है। इसके तहत मुख्यमंत्री सहित पूरी कैबिनेट का नये सिरे से गठन होगा।
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निर्दलीयों को मंत्री पद या पूरी कैबिनेट नई बनेगी
खबरें यह भी हैं कि राजभवन को भी अलर्ट किया जा चुका है। राजभवन में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। अब यह देखना रोचक रहेगा कि केवल कुछ निर्दलीयों को मंत्री पद की ओथ दिलाई जाएगी या फिर पूरी कैबिनेट का ही नये सिरे से गठन करके शपथ ग्रहण समारोह हो।
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भाजपा हाइकमान ने पर्यवेक्षक भेजे
भाजपा हाईकमान द्वारा अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ को केंद्र की ओर से हरियाणा में पर्यवेक्षक बनाकर भेजे जाने की भी सूचना है। बताते हैं कि दोनों नेता नई दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए रवाना हो चुक हैं।